राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के सक्रिय होने से चुनावी सरगर्मियां तेज जयपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभाएं होने वाली हैं
जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) में आगामी विधानसभा चुनाव (Upcoming assembly elections) को लेकर राजनीतिक दलों के सक्रिय होने से चुनावी सरगर्मियां तेज होने लगी है और अगले चार-पांच दिन में राजधानी जयपुर (Jaipur) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi), कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की जनसभाएं होने वाली हैं वहीं जननायक जनता पार्टी (JJP) की सीकर में बड़ी रैली होगी जबकि आम आदमी पार्टी एवं अन्य दल भी अभियान एवं यात्रा के माध्यम से जनता का ध्यान अपनी ओर खींचने का प्रयास करेंगे।
राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) के मद्देनजर भाजपा (BJP) प्रदेश में परिवर्तन संकल्प यात्रा (Sankalp Yatra) निकाल रही है और गत दो से पांच सितंबर तक लगातार चारों दिशाओं में अलग अलग स्थानों से चार परिवर्तन यात्राओं को रवाना किया गया और अब इनका समापन 19 से 22 सितंबर के बीच हो रहा है।
इन चारों यात्राओं के समापन पर मुख्य कार्यक्रम 25 सितंबर को जयपुर में रखा गया जिसमें मोदी शरीक होंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी (C P Joshi) के अनुसार इस अवसर पर मोदी की जयपुर (Jaipur) के सूरजपुरा (वाटिका) में जनसभा होगी जहां भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों से लेकर बूथ अध्यक्ष तक के कार्यकर्ता भाग लेंगे और एक विशाल जनसभा होगी जिसमें पार्टी के सभी नेता मौजूद रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि चुनाव के मद्देनजर मोदी का ध्यान राजस्थान (Rajasthan) पर पिछले कई महीनों से है और वे पिछले करीब एक साल में गत वर्ष सितंबर से अब तक प्रदेश के आठ दौरे कर चुके हैं। उन्होंने इस दौरान सिरोही जिले के आबू रोड, बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम, भीलवाड़ा, दौसा, नाथद्वारा और आबू रोड, अजमेर, बीकानेर एवं सीकर में जनसभाएं की हैं।
इसी तरह कांग्रेस (Congress) के कई शीर्ष नेता भी कई बार राजस्थान का दौरा कर चुके हैं और 23 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस के नवीन भवन के शिलान्यास के अवसर पर खड़गे और राहुल गांधी का दौरा फिर से हैं और वे इस दौरान नए भवन का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद वे कांग्रेस के जिला, मंडल, ब्लॉक और बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
इस सम्मेलन के जरिए भी कांग्रेस के बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे और चुनाव के मद्देनजर एक संदेश देने का प्रयास होगा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में जिस तरह की ऐतिहासिक योजनाओं के माध्यम से जनकल्याण के कार्य किए गए हैं, उन्हें जनता समझे और कांग्रेस की सरकार को रिपीट करने में भागीदार बन सके।
कांग्रेस इस चुनाव में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को भी बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है और ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को लेकर वह जनआशीर्वाद यात्रा निकालेंगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के अनुसार कांग्रेस 25 से 29 सितंबर तक यह यात्रा निकालकर इस मुद्दे को जनता के बीच ले जायेगी। यह यात्रा पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की 86 विधानसभा में होकर गुजरेगी। जिसकी तैयारियां की जा रही है।
राजस्थान (Rajasthan) में प्रमुख राजनीतक दल कांग्रेस और भाजपा के अलावा अन्य कई दल भी सक्रिय है जिनमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (Ralopa) , जननायक जनता पार्टी (JJP) आम आदमी पार्टी (AAP) आजाद समाज पार्टी (Kanshi Ram) , बहुजन समाज पार्टी (BSP), शिव सेना (Shiv Sena) आदि शामिल हैं।
दैनिक शाह टाइम्स अपने शहर के ई-पेपर पढने के लिए लिंक पर क्लिक करें
इनमें जेजेपी भी इस बार चुनाव को लेकर प्रदेश में काफी सक्रिय हो रही है और वह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 110वीं जयंती पर सीकर में 25 सितंबर को एक बड़ी रैली का आयोजन करेगी। जेजेपी के नेता एवं हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दावा किया है कि उनकी पार्टी की किसान विजय सम्मान दिवस रैली होगी जो राजस्थान के बदलाव के लिए इतिहास रचेगी।
उन्होंने बताया कि रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता निरंतर क्षेत्र में भाग दौड़ कर रहे है और घर घर जाकर लोगों को इसके लिए निमंत्रण दे रहे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भागीदार बन सके। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान में 25-30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
इसी तरह आप पार्टी भी इस बार राजस्थान चुनाव को लेकर काफी जोर लगा रही है और उसके संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जयपुर के दौरे कर चुके हैं और इस दौरान केजरीवाल (Kejrival) ने दिल्ली और पंजाब (Punjab) की तर्ज पर प्रदेश में सात गारंटियां भी जारी की हैं। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, हर महीने 300 यूनिट बिजली फ्री, शहीद सममन में एक करोड़ रुपए की राशि, भ्रष्टाचार मुक्त राजस्थार, कर्मचारी गारंटी एवं महिला सशक्तिकरण की गारंटी शामिल है।
आप के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा (Vinay Mishra) के अनुसार इन गारंटियों को प्रदेश की जनता के बीच पहुंचाने के लिए गत 18 सितंबर से डोर-टू-डोर कैंपेन (Door-to-door campaign) शुरु किया गया है और इसके बाद रास्थान में जनसंवाद अभियान भी शुरु किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में केजरीवाल (Kejrival) का मॉडल काम कर रहा है, उसी तर्ज पर पंजाब में यह मॉडल काम कर रहा है और अब वहीं मॉडल राजस्थान की जनता को मिलेगा। उन्होंने बताया कि आप पार्टी राजस्थान में सभी दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
आजाद समाज पार्टी (Kanshi Ram) भी सभी दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफेसर राम लखन मीणा (Ram Lakhan Meena) के अनुसार पार्टी 28 सितंबर से प्रदेश में संविधान बचाओं देश बचाओं संकल्प यात्रा निकालेगी जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चन्द्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) भी मौजूद रहेगे। उन्होंने बताया कि यात्रा में जनसभा और रोड़ शो किया जायेगा। यह यात्रा अलवर जिले के नीमराना से शुरु होगी जो जयपुर, दौसा कोटा, बीकानेर नागौर, पाली भीलवाड़ा सहित 25 जिलों में जायेगी।
चुनाव के मद्देनजर रालोपा पहले से राज्य में अपना चुनाव अभियान चला रही है और उसके संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल सीकर, बीकानेर, चुरु, नागौर सहित कई जिलों में कई जनसभाएं कर चुके हैं। प्रदेश में लाल डायरी का मुद्दा उठाने वाले एवं बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में आये पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा के अब शिव सेना का दामन थाम लेने से प्रदेश में इस चुनाव में शिवसेना के भी जोरशोर से भाग लेने की संभावना हैं।
हालांकि राजस्थान (Rajasthan) में विधानसभा चुनाव (Assembly elections) की घोषणा अभी नहीं हुई हैं लेकिन दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा के नेता अभी से अपनी अपनी पार्टी के इस चुनाव में विजयी होने के दावे कर रहे हैं वहीं अन्य दलों द्वारा इन दोनों पार्टियों की जगह अन्य विकल्प देने के दावे भी किए जा रहे हैं।