
पीएम मोदी बिहार दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार दौरे पर हैं. इसके साथ ही माना जा रहा है कि पीएम मोदी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल फूंकेंगे. इस दौरे पर पीएम मोदी बिहार के लिए कई घोषणाएं करेंगे. साथ ही बिहार को कई सौगात भी देंगे. पीएम के इस दौरे को लेकर कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं भी चल रही हैं.
भागलपुर (शाह टाइम्स) अप्रत्यक्ष रूप से ही सही, लेकिन आज (24 फरवरी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकेंगे. यह बिगुल योजनाओं का बिगुल होगा. कहते हैं कि प्यार और जंग में सब जायज है. एनडीए के ये नेता भी जानते हैं कि आखिर अगर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जीत का लक्ष्य हासिल करना है तो बिहार की जनता को सौगात देना भी जरूरी है
9.8 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये
इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दो बड़ी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है. एक एनडीए के लिए 225 सीटें और जेडीयू के लिए 110 प्लस सीटें. पीएम किसान योजना इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी किसानों जैसे बड़े वर्ग को प्रभावित करने के लिए बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं। पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त जारी कर पीएम मोदी भागलपुर से पूरे बिहार को बड़ा संदेश देंगे। पीएम किसान योजना के तहत 9.8 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान है
उत्कृष्टता केंद्र का भी करेंगे उद्घाटन
गोकुल मिशन पीएम मोदी के तरकश में सिर्फ किसान योजना ही नहीं है, बल्कि योजनाओं के कई और तीर भी हैं। दूसरा तीर गोकुल मिशन है। इस दौरान वे मोतिहारी में बने राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत विकसित स्वदेशी नस्लों के उत्कृष्टता केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे। यह केंद्र किसानों को आधुनिक प्रजनन तकनीकों का प्रशिक्षण देगा और भारतीय नस्लों के पशुओं के प्रजनन को बढ़ावा देगा।
यह भी किसानों के बड़े हित को साधने जैसा है दूध उत्पादन संयंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूध उत्पाद संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे, जिसका उद्देश्य तीन लाख दूध उत्पादकों के लिए एक संगठित बाजार तैयार करना है। वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया रेल खंड
प्रधानमंत्री मोदी वारिसलीगंज-नवादा-तिलैया रेल खंड के दोहरीकरण और भागलपुर में इस्माइलपुर-रफीगंज रोड ओवर ब्रिज का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं की कुल लागत 526 करोड़ रुपये से अधिक है।
ये है चुनावी तीरों का साम्राज्य
दरअसल, महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली के बाद अब बिहार को फतह करने की बारी है। पीएम मोदी और एनडीए के रणनीतिकारों की ये खास रणनीति का हिस्सा है कि चुनाव के मौके पर ऐसी योजनाओं की बौछार हो जो एक खास वर्ग को प्रभावित कर सके।
ऐसे में इस बार एनडीए का लक्ष्य किसान वर्ग है। अगर इस वर्ग को प्रभावित किया गया तो एनडीए का चुनावी लक्ष्य करीब आ सकता है। वैसे भी योजनाओं की दो धाराएं देने की कोशिश लगातार जारी है। एक तरफ नीतीश कुमार पहले से ही वारिस प्रगति यात्रा के दौरान योजनाओं का बखान कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मोदी का ये आगमन सोने पर सुहागा जैसा असर कर सकता है।