लखनऊ ,(Shah Times) । उप्र में राज्यसभा चुनाव में बसपा का वोट भाजपा प्रत्याशी को मिला, जिसका ईनाम मायावती के भतीजे आकाश आनंद को ‘‘वाई श्रेणी’’ की सुरक्षा प्रदान कर मोदी सरकार ने दे दिया।
इस मुद्दे पर अपने विचार रखते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि हर बार यह बात लगातार सिद्ध हो रही है कि बसपा भाजपा की बी टीम के रूप में कार्य कर रही है। श्री राय ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के ठीक बाद मैनें प्रेसवार्ता में कहा था कि भाजपा और बसपा में एक आन्तरिक गठजोड़ है, जिसका उपयोग भाजपा चुनाव में विपक्ष को कमजोर करने के लिए करती है। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव के अगर बसपा प्रत्याशियों की सूची निकाल कर देखी जाये तो मेरी बात स्पष्ट हो जायेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि देश आज नाजुक दौर से गुजर रहा है, संविधान को बदल देने की सोच वाली फासीवादी ताकतें सत्ता के केन्द्र में हैं। ऐसे दौर में अपने व्यक्तिगत हितों की रक्षा के लिए जो लोग सत्ताधारी दल के पाले में खड़े हो गये हैं, उन्हें अब दलितों और वंचितों की नुमाइंदगी की बात बंद कर देनी चाहिए।
अजय राय ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा ‘‘प्रकाशित भारत में अपराध 2022’’ रिपोर्ट के अनुसार, दलितों के खिलाफ अत्याचार पिछले वर्षों की तुलना में कई गुना बढ़ गये हैं। उप्र दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के मामलों में 15368 केस के साथ एक नंबर पर है। विडंम्बना देखिए कि दलितों, शोषितों और वंचितों की रहनुमाई का दावा करने वाली बसपा उस भाजपा से हाथ मिला लेती है जिसके शासन में इन पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि दलित अब इस अनैतिक और व्यक्तिगत लाभ के लिए बनाये गये गठजोड़ को पहचान गये हैं, और 2024 में वे इसे ध्वस्त कर बाबा साहब के संविधान की लड़ाई लड़ रहे इण्डिया गठबंधन को अपना मत और सहयोग देंगे।