
“दिल्ली विधानसभा में हंगामे के बाद AAP के 21 विधायक निलंबित, लेकिन अमानतुल्लाह खान बचे। वहीं, कोर्ट से उन्हें पुलिस पर हमले के मामले में अग्रिम जमानत मिल गई। जानिए पूरा मामला।”
आप नेता अमानतुल्लाह खान को राहत, लेकिन क्या राजनीतिक संकट टला?
दिल्ली की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के 21 विधायकों को विधानसभा से निलंबित करने के फैसले के बीच अमानतुल्लाह खान को अदालत से अग्रिम जमानत मिलने से सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
विधानसभा में बड़ा सियासी दांव
दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान उपराज्यपाल के अभिभाषण के समय AAP विधायकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. भीमराव आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाने को लेकर यह हंगामा हुआ, जिसके चलते स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने 21 विधायकों को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया। लेकिन दिलचस्प बात यह रही कि अमानतुल्लाह खान इस कार्रवाई से बच गए क्योंकि वे उस समय सदन में मौजूद नहीं थे।
कोर्ट का फैसला: राहत या नई मुश्किलें?
इस बीच, अदालत ने अमानतुल्लाह खान को जामिया नगर में पुलिस पर हमले के मामले में अग्रिम जमानत दे दी। हालांकि, यह राहत शर्तों के साथ आई है—उन्हें 25,000 रुपये का जमानत बांड भरना होगा, जांच में सहयोग करना होगा और सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करनी होगी। साथ ही, बिना अनुमति देश छोड़ने की मनाही है।
दिल्ली पुलिस ने अदालत में बताया कि अमानतुल्लाह खान के खिलाफ पहले से कई केस लंबित हैं और कुछ मामलों में ट्रायल जारी है। हालांकि, अदालत ने पुलिस की इस दलील को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि जब तक किसी मामले में दोष सिद्ध नहीं होता, तब तक अग्रिम जमानत से इनकार नहीं किया जा सकता।
राजनीतिक लड़ाई और कानूनी पेंच
यह मामला न सिर्फ कानूनी रूप से बल्कि राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। जहां AAP इस कार्रवाई को केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित “राजनीतिक बदले” की संज्ञा दे रही है, वहीं बीजेपी और अन्य विपक्षी दल इसे कानून का पालन बताते हुए AAP की “गुंडागर्दी” करार दे रहे हैं।
अमानतुल्लाह खान को मिली राहत से उनकी कानूनी लड़ाई फिलहाल आसान हो गई है, लेकिन उनके खिलाफ चल रहे अन्य मामलों और राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह कहना जल्दबाजी होगी कि संकट टल गया है।
क्या होगा आगे?
अब सवाल यह है कि आम आदमी पार्टी इस निलंबन और कानूनी चुनौतियों का सामना कैसे करेगी? क्या यह मामला 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में मुद्दा बनेगा? फिलहाल, दिल्ली की राजनीति में अस्थिरता बरकरार है, और आने वाले दिनों में इस पर और बड़े फैसले हो सकते हैं।
Political Storm in Delhi Assembly: Amanatullah Gets Bail, 21 AAP MLAs Suspended