
नई दिल्ली, (शाह टाइम्स)। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुखिया और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार यानी की 2 जुलाई 2024 को लोकसभा में कहा कि मुस्लिम नौजवानों की मॉब लिंचिंग हो रही है और मैं उस पर बात करना चाहता हूं। ओवैसी ने आगे कहा कि देश में बेरोजगारी का आलम ये है कि युवाओं को रूस में जाकर जान देनी पड़ रही है। जिस दौरान ओवैसी ने सरकार से पूछा कि फिलिस्तीन को लेकर हमारी क्या पॉलिसी है साथ ही ओवैसी ने राम मंदिर का भी जिक्र किया।
जिस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं आज उन लोगों की तरफ से बात कर रहा हूं, जो दिखते तो हैं, लेकिन उनके बारे में कोई बात नहीं करता है। उनकी कोई सुनता भी नहीं है। मैं उनके बारे में बात कर रहा हूं, जिन्हें लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैं कि वे घुसपैठिए हैं। मैं उन बेटियों और माताओं के बारे में कह रहा हूं, जिन्हें लेकर कहा गया कि वे ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं। मैं उन नौजवानों के बारे में बात कर रहा हूं, जिनको मॉब लिंचिंग कर मारा जा रहा है। आगे कहा कि मैं उन मां-बाप की बात कर रहा हूं, इस हुकूमत के कानून से जिनके बच्चे जेलों में सड़ रहे हैं।
ओवैसी ने आगे कहा कि जब संविधान बन रहा था तो उस वक्त वोटर लिस्ट और धर्म के आधार पर रिजर्वेशन की बात आई थी। इस पर हमारे संविधान के संस्थापकों ने कहा था कि हम इसके लिए राजी नहीं होंगे। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि ये बहुसंख्यक आबादी की जिम्मेदारी है कि अल्पसंख्यक आबादी की प्रतिनिधित्व के आधार पर चुनी जाए।
आपको बता दें कि हैदराबाद सांसद ओवैसी ने कहा कि BJP मुस्लिमों के नफरत के आधार पर जीतती है। मुस्लिमों के नाम पर सत्ता हासिल करने वाले भी उनके लिए संसद का दरवाजा नहीं खोलते हैं।