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कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के दरमियान चाहे कुछ भी हो जाए, राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी के साथ अपना एलायंस जारी रखेंगे
मुजफ्फरनगर (Shah Times) । उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के दरमियान गतिरोध बना हुआ है. उत्तर प्रदेश में इंडिया एलायंस का तीसरा साथी राष्ट्रीय लोकदल इस घटनाक्रम से परेशान नजर आ रहा है।
इसकी वजह यह है कि राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं को नहीं पता कि उनके हिस्से में कौन सी सीटें आएंगी. राष्ट्रीय लोकदल नेताओं का कहना है कि अगले दो से तीन महीने में चुनाव होने हैं, ऐसे में किस सीट पर पार्टी नेता अपनी तैयारियों को आखरी शक्ल दें, इसको लेकर कन्फ्यूजन की सूरतेहाल है।
हालाँकि, 19 जनवरी को समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के बीच सीटों के बंटवारे पर समझौता हुआ, जिसमें जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल को सात सीटें मिलीं फिलहाल, आरएलडी ने सीट बंटवारे पर टिप्पणी करने से परहेज किया है, लेकिन राष्ट्रीय लोकदल नेताओं ने कहा है कि अगर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट बंटवारे की बातचीत नाकामयाब हो जाती है, तो वे समाजवादी का पक्ष लेंगे।
राष्ट्रीय लोकदल के एक सीनियर लीडर ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के दरमियान चाहे कुछ भी हो जाए, हम समाजवादी पार्टी के साथ अपना एलायंस जारी रखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है, ऐसे में कांग्रेस के साथ जाना फायदेमंद नहीं होगा और यह भी कहा कि राष्ट्रीय लोकदल को कौन सी सीटें मिलेंगी, यह बताने से भी जयंत चौधरी और अखिलेश यादव ने इनकार कर दिया है. ऐसे में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने परेशानी का सबब है. खासकर उन लीडर्स के बीच जो चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं।
राष्ट्रीय लोकदल के एक दुसरे सीनियर लीडर ने कहा कि कुछ लोकसभा सीटों पर सीटों पर मुहायदा हो गया है. हमें यकीन है कि बागपत और मथुरा लोकसभा सीटें राष्ट्रीय लोकदल के खाते में आएंगी। अलबत्ता मेरठ, मुजफ्फरनगर, नगीना, आगरा और हाथरस जैसी सीटों पर कोई यकीन नहीं है. इसलिए, वहां के उम्मीदवार इस बात को लेकर तयशुदा नहीं हैं कि उन्हें अपने ऑप्शन खुले रखने चाहिए या नहीं।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव अनुपम मिश्रा ने कहा कि सभी सीटों पर पार्टी कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें जो भी सीट मिले, हम जमीन पर तैयारी कर रहे हैं, जो हमारे लिए अहम है।
सीटों के बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इसी हफ्ते कांग्रेस ने कहा था कि हम समाजवादी पार्टी द्वारा 16 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के ऐलान से हैरान हैं, क्योंकि इन 16 सीटों में से कुछ सीटें ऐसी थीं जिनके लिए हमारी पार्टी के नेताओं ने पूरी तैयारी कर ली थी. इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने यह भी ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए सिर्फ 11 सीटें छोड़ी जाएंगी. उधर, कांग्रेस का कहना है कि सीटों का बंटवारा अभी तय नहीं हुआ है।
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश इंचार्ज अविनाश पांडे ने कहा था कि कांग्रेस अन्य ऑप्शन पर ख्याल कर सकती है। उन्होंने कहा था कि सभी को पता होना चाहिए कि कांग्रेस विनम्र रह सकती है, सहयोग कर सकती है, लेकिन बेबस नहीं है।
इस बीच, समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं के असंतोष को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कहा कि आरएलडी किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसे तय करने के लिए अभी काफ़ी वक्त है। समाजवादी पार्टी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल अपना उम्मीदवार तय कर रहा है और जल्द ही किसी फैसले पर पहुंचेगा।