उत्तर प्रदेश के महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा 5 जुलाई 2024 को जारी किए गए आदेश के संबंध में चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा
लखनऊ,(Shah Times ) । उत्तर प्रदेश के महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा 5 जुलाई 2024 को जारी किए गए आदेश के संबंध में चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने शिक्षकों की गरिमा और विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए इस आदेश को रद्द करने की मांग की है।
पत्र की मुख्य बातें चंद्रशेखर आजाद के पत्र में निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया गया है: शिक्षकों की गरिमा: आदेश के कारण शिक्षकों की गरिमा और सम्मान को ठेस पहुंची है।
ये अनुचित और अव्यवहारिक हैं
12 रजिस्टर डिजिटल रूप में बनाए रखने का आदेश पूरी तरह से अनुचित और अव्यवहारिक है। शिक्षकों पर नकारात्मक प्रभाव: बार-बार मोबाइल पर कॉल करने से शिक्षकों के प्रति गलत संदेश जा सकता है और उनकी ऑनलाइन उपस्थिति की पूर्णता भी अनुचित है।
मुख्यमंत्री से निवेदन
चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि समाज में शिक्षकों की गरिमा और विश्वसनीयता को ध्यान में रखते हुए इस मामले को संज्ञान में लें और आदेश निरस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।
शिक्षक संघ की प्रतिक्रिया शिक्षक संघ के नेताओं ने इस आदेश को शिक्षकों के खिलाफ एक अन्यायपूर्ण कदम बताया है। उनका मानना है कि इस आदेश से न केवल शिक्षकों का मनोबल गिरा है, बल्कि शिक्षा प्रणाली पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। समर्थन की लहर, सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर लोगों का समर्थन देखने को मिल रहा है। शिक्षकों और छात्रों के साथ-साथ आम जनता भी इस आदेश के निरस्तीकरण की मांग कर रही है।
राजनीतिक गलियारों में हलचल
इस मुद्दे ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं और सरकार से शिक्षकों के हित में कदम उठाने की अपील की है।