
Congress Shah Times
कांग्रेस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सेंध लगाने में जुट गयी है और उसने राजग के सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी के साथ संपर्क साधा है
नई दिल्ली,(Shah Times) । लोकसभा चुनावों की मतगणना के रूझानों में इंडिया समूह के शानदार प्रदर्शन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बहुमत के आंकड़े से दूर रहने के बाद कांग्रेस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सेंध लगाने में जुट गयी है और उसने राजग के सहयोगी तेलुगु देशम पार्टी के साथ संपर्क साधा है जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी तेदेपा नेता एन चंद्रबाबू नायडू से टेलीफोन पर बात की है।
रिपोर्टों के अनुसार दोपहर बाद मतगणना के आंकड़ों में भाजपा की सीटें 240 से 245 के बीच अटकने और कांग्रेस नीत इंडिया समूह की सीटें 225 से 227 के आसपास पहुंचते ही कांग्रेस ने राजग के घटक दलों में सेंध लगाने के उद्देश्य से तेदेपा से संपर्क साधा है।
यह भी खबर उड़ी कि जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार से भी संपर्क साधा जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार इसके कुछ ही देर बात मोदी ने नायडू से टेलीफोन पर बात की और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने पर बधाई दी। समझा जाता है कि मोदी ने नायडू के साथ केन्द्र में भी सरकार के गठन को लेकर बात की है।
लोकसभा चुनाव परिणाम के रुझान के बाद तस्वीर जैसे-जैसे साफ हो रही है कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं का जमवाड़ा बढ़ रहा है और लोग ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मना रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर यहां सुबह से ही कार्यकर्ता मौजूद थे लेकिन जैसे-जैसे रुझानों की तस्वीर साफ होती गई और कांग्रेस बढ़त बनाने लगी कार्यकर्ताओं में जोश भरने लगा और ढोल नगाड़ों के साथ वहां जश्न का माहौल शुरू हो गया।कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए मुख्य गेट को बंद कर दिया गया है और कार्यकर्ता बाहर सड़क पर ढोल बजाकर और नाच गाने कर जश्न मना रहे हैँ। नाचते गाते कार्यकर्ता हाथों में कांग्रेस का झंडा लेकर फहरा रहे हैं और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी जिंदाबाद के नारे लगाकर जश्न मना रहे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय परिसर में सुबह से ही चहल पहल थी। पार्टी ने पहले ही अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर पर बैठकर नहीं बल्कि प्रदेश और जिला मुख्यालयों के कार्यालयों में आकर चुनाव नतीजे देखने की हिदायत दी थी। कांग्रेस मुख्यालय परिसर में तो सुबह से ही पूरी और भटूरे बन रहे थे और परिसर में मौजूद नेता कार्यकर्ता उसका स्वाद ले रहे थे। बाद में भीड़ बढ़ने लगी तो गेट को बंद कर दिया गया और कार्यकर्ता बाहर सड़क पर ही जश्न मनाने लगे।