
वर्तमान समय में 329 राजस्व क्षेत्रों में 23 दिनों से बारिश नहीं होने के कारण सूखे का संकट गहरा गया है
मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में शरद पवार (Sharad Pawar) गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने राज्य सरकार (State Government) को पत्र लिखकर राज्य को सूखा प्रभावित घोषित करने की मांग की है। शरद पवार (Sharad Pawar) गुट के पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने राज्य सरकार (State Government) का ध्यान बारिश की कमी के बाद व्याप्त सूखे की स्थिति की ओर आकर्षित किया है।
पाटिल ने कहा है कि राज्य सरकार को सूखे की घोषणा करनी चाहिए और स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक उपाय करने चाहिए। सीएम एकनाथ शिंदे को लिखे पत्र में पाटिल ने आशंका जतायी कि सूखे के कारण राज्य में किसान आत्महत्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगस्त में राज्य के कुछ इलाकों में औसत की तुलना में 29 प्रतिशत ही बारिश हुआ है।
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पाटिल ने कहा कि “वर्तमान समय में 329 राजस्व क्षेत्रों में 23 दिनों से बारिश नहीं होने के कारण सूखे का संकट गहरा गया है। कोंकण को छोड़कर राज्य के 18 जिलों में खरीफ मौसम बर्बाद हो गयी है। अभी तक सांगली जिले में सबसे कम बारिश हुई है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में इस मानसून सत्र में अब तक औसत से 45 प्रतिशत कम बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में सूखे की स्थिति बनी हुई है और कम बारिश के कारण खरीफ फसलों पर काले बादल छाये हुए हैं।
उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम में अधिकांश फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसके अलावा चारे की फसलें भी बारिश नहीं हाेने से प्रभावित हुई हैं, जिससे जानवरों के लिए चारे का संकट पैदा हो गया है। प्रदेश के किसानों को पशुधन की रक्षा की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बारिश की कमी के कारण सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ने के लिए बांधों में पर्याप्त जल भंडार उपलब्ध नहीं है।
पाटिल ने कहा कि इस वर्ष अल नीनो के प्रभाव के कारण बारिश की मात्रा में कमी होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर आने वाले समय में राज्य में सूखे की स्थिति की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। पाटिल ने आशंका जतायी की अगर राज्य में सूखे की स्थिति बनती है, तो किसानों की आत्महत्या करने की प्रवृति बढ़ सकती है। इसलिए सरकार को समय कर ठोस कदम उठाने चाहिए।