
सीबीआई को कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस में अब तक की जांच से पता चला है कि ट्रेनी डॉक्टर को मानव अंगों के अवैध व्यापार ,अंग तस्करी को बेनकाब करने की कोशिशों को रोकने के लिए रास्ते से हटाया गया था।
New Delhi ,( Shah Times ) । सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस का रविवार को ‘स्वतः संज्ञान’ लिया और 20 अगस्त को सुनवाई करेगा।
मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ 20 अगस्त 2024 को ‘स्वत: संज्ञान’ मामले की सुनवाई करेगी।
नौ अगस्त 2024 को अस्पताल की ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर के साथ कथित तौर पर शर्मशार करने वाली घटना हुई थी। इस मामले को लेकर चल रहे देशव्यापी डॉक्टरों के आंदोलन के दौरान 14 अगस्त को उस अस्पताल पर अज्ञात लोगों की भीड़ ने हमला किया, जिसमें अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को काफी नुकसान पहुंचाया गया।डॉक्टर दुष्कर्म एवं हत्याकांड के विरोध में देशभर के डॉक्टर लगातार जगह-जगह धरना- प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को डॉक्टर की कथित हत्या के मामले की जांच करने का निर्देश दिया था। पीड़िता डॉक्टर के माता-पिता समेत कुछ अन्य लोगों की याचिकाओं पर सुनवाई के बाद कार्रवाई करते हुए अदालत ने यह आदेश पारित किया था।कोलकाता पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।अदालती आदेश पर सीबीआई मामले की जांच में जुटी हुई है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। सीबीआई को अब तक की जांच और डॉक्टर के बैचमेट्स के बयानों से पता चला है कि ट्रेनी डॉक्टर को मानव अंगों के अवैध व्यापार अंग तस्करी को बेनकाब करने की कोशिशों को रोकने के लिए रास्ते से हटाया गया था।
एजेंसी ने शनिवार को 13 लोगों से पूछताछ की। दो दिनों में 19 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इनमें से आधे से ज्यादा लोगों ने अस्पताल से मानव अंग तस्करी के रैकेट के बारे में जानकारी दी है। टीम का दावा है कि जल्द ही कई सफेदपोश चेहरे बेनकाब होंगे।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि मामले की जड़ें बहुत गहरी हैं। रेप इसलिए किया गया ताकि यह सामान्य घटना लगे। मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से सेक्स और ड्रग रैकेट चलने के आरोप लगते रहे हैं। 23 साल पहले 2001 में कॉलेज के हॉस्टल में एक छात्रा की मौत के तार भी इससे जुड़ने लगे हैं।