
नई दिल्ली,(Shah Times) । एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने लोकसभा चुनाव की ऐलान से पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
राष्ट्रपति द्रौपद्री मुर्मु ने अरुण गोयल का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।यह जानकारी विधि एवं न्याय मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर दी है।
अरुण गोयल के अचानक पद से इस्तीफा देने से तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही रह गए हैंअरुण गोयल के इस्तीफा देने से पहले ही आयोग में चुनाव आयुक्त का एक पद खाली था।

फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि अरुण गोयल ने इस्तीफा क्यों दिया. फरवरी में अनूप पांडे के रिटायरमेंट और अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद अब तीन सदस्यीय चुनाव आयोग समिति में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही हैं. सेवानिवृत्त नौकरशाह अरुण गोयल 1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में चुनाव आयोग में शामिल हुए।
अरुण गोयल की चुनाव आयोग में नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया कि अरुण गोयल की नियुक्ति कानून के मुताबिक नहीं है. साथ ही यह चुनाव आयोग की संस्थागत स्वायत्तता का भी उल्लंघन है. इसके अलावा यह संविधान के अनुच्छेद 14 और 324 (2) के साथ-साथ चुनाव आयोग (आयुक्तों की कार्यशील और कार्यकारी शक्तियां) अधिनियम 1991 का भी उल्लंघन है।