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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम लिखा सुसाइड लैटर एस एस साहनी मामले में राजपुर पुलिस ने अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता को किया गिरफ्तार
अफ़्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के काफ़ी करीब रहे चुके है दोनों भाई को राजपुर थानाध्यक्ष पी डी भटट ने कर्जन रोड स्थित मकान से किया गिरफ्तार
~मयूर गुप्ता
देहरादून,( शाह टाइम्स)। राजपुर रोड स्थित एक निर्माणाधाीन आठवी मंजिल से कूदकर एक बिल्डर ने मौत को गले लगा लिया। कारोबार में हुए काफ़ी नुकसान के बाद डिपरेशन में चल रहे बिल्डर की मौत की खबर से क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई।मृतक ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। जिसके बाद पुलिस ने इंग्लिश में लिखे गए सुसाइड नोट के आधार पर अफ़्रीका के चर्चित गुप्ता बंधुओं को कर्जन रोड स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। मृतक बिल्डर पर करोड़ों रुपये का कर्ज था।
शुक्रवार की प्रातः पुलिस को सूचना मिली की राजपुर रोड स्थित एक मंजिल से कूदकर एक व्यक्ति ने मौत को गले लगा लिया। सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची राजपुर पुलिस ने जब मामले की जांच की तो जानकारी मिली की उक्त बिल्डिंग की आठवी मंजिल से कूदकर मौत को गले लगाने वाला देहरादून का नामी बिल्डर एस एस साहनी है। पुंलिस ने जब मृतक के परिजनों को मौके पर बुलवाया तो जानकारी मिली की एसएस साहनी काफ़ी समय से डिपरेशन का शिकार चल रहे थे।
पुलिस अधिकारियों को बताया गया कि उक्त बिल्डर को कुछ लोगों द्वारा धमकियां फ़ोन के माध्यम से दी जा रही थी। पुलिस अधिकारियों को कुछ लोगों ने जानकारी दी कि बिल्डर एस एस साहनी का कई व्यापारियों से लेनदेन चल रहा था और उक्त लेनदेन के कारण ही वह डिपरेशन में चल रहा था।
सूत्र के हवाले से जानकारी मिली की एस-एस- सहानी ने आत्महत्या करने से पूर्व देश के प्रधानमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम एक सुसाइड नोट लिखा है ।जिसमे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
दून के सबसे बड़े बिल्डर द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाए जाने से उसके परिजन काफ़ी हताश और निराश है। जब पुलिस ने मृतक बिल्डर के परिजनों से उसके द्वारा आत्हत्या जैसा कदम उठाए जाने संबंधिा जानकारी की और बिल्डर द्वारा आत्महत्या करने से पूर्व दो पेजों के इंग्लिश में लिखे गए सुसाइड
नोट में इस बात का उल्लेख किया कि उसकी मौत के पीछे एक भाजपा नेता और अफ़्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के कभी काफ़ी करीबी रहे कर्जन रोड निवासी गुप्ता बंधाुओं अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता ने उसे रुपये वापस देने के लिए मानसिक तौर पर काफ़ी परेशान किया है और वह उसे धमकी भी देते रहते है।
बिल्डर एसएस सहानी उर्फ बाबा साहनी ने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि वह काफ़ी समय से डिपरेशन का शिकार है और उक्त लोगों कीवजह से वह आत्महत्या कर रहा है।
सूत्र बताते है कि जिस भाजपा नेता का नाम बिल्डर एस एस साहनी ने अपने सुसाइड नोट में जिक्र किया है वह इससे पूर्व भी कई बिल्डरो से विवाद होने पर सुर्खियों में रह चुका है और कई बिल्डर उससे काफ़ी परेशान भी रहे है। सूत्र बताते है कि दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के सत्ता में रहते हुए उक्त गुप्ता बंधुओं ने काफ़ी दौलत बटौर ली थी जिसके कारण जैकब जुमा को राष्ट्रपति पद की कुर्सी पर से हाथ धोना पड़ा था।
गुप्ता बंधु बिल्डर के खिलाफ़ देते थे झुठे शिकायती पत्र
वरिष्ठ पुलिस अधाीक्षक अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक बिल्डर ने इंग्लिश में लिखे अपने सुसाईड लेटर में इस बात का उल्लेख किया था कि उक्त गुप्त बंधाु अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता उसके खिलाफ़ पुलिस अधिकारियों को झूठे शिकायती पत्र देते रहते थे जिस कारण से वह मानसिक रूप से काफ़ी परेशान था और डिपरेशन का शिकार हो गया था। एसएसपी ने बताया कि इंग्लिश में लिखे गए दो पेजों के पत्र का अध्ययन करवाने और विधिक राय लेने के बाद राजपुर थानाधयक्ष पी डी भटट को दोनों गुप्ता बंधुओं को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए थे। उन्होंने बताया कि दोनो को कर्जन रोड स्थित उनके आवास से थाने ले आए। थानाधयक्ष ने बताया कि धारा 306 के तहत दोनों पर अभियोग पंजीकृत किया गया है और विवेचना के दौरान अगर किसी ओर का नाम प्रकाश में आएगा तो उसके खिलाफ़ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि बिल्डर के खिलाफ़ दिए गए एक शिकायती प्रार्थना पत्र के संबंध में मृतक के पिता द्वारा पूर्व में एक प्रार्थना पत्र देकर पूरे मामले की जांच करने की मांग की थी जिसकी जांच वर्तमान में पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा भी संपादित की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार गुप्ता बंधुओं द्वारा सहारनपुर पुलिस को भी झूठे शिकायती प्रार्थना पत्र दिए गए थे और मृतक बिल्डर के बहनोई के खिलाफ़ भी झूठे केस में जेल भेजे जाने की धमकी उनके द्वारा दी गई थी। एसएसपी ने बताया कि मृतक बिल्डर के पिता सतेंद्र सिंह साहनी को डराने और उनकी कंपनी को अपने नाम करने की धामकी भी गुप्ता बंधाुओं द्वारा दिए जाने का उल्लेख सुसाईड पत्र में किया गया है।