नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा है मणिपुर में हिंसा के कारण अपनों को खोने वाले और अपने घरों से बेदखल होगा राहत शिविरों में जीवन बिता रहे लोगों की स्थिति हृदय विदारक है और राज्य में शांति बहाली के तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए। राहुल गांधी ने मणिपुर में शांति की अपील की और कहा कि वह यहां के लोगों के दुख-दर्द में शामिल हैं।
राहुल गांधी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट अपने बयान में कहा, “मणिपुर में हिंसा के कारण अपने प्रियजनों और घरों को खोने वाले लोगों की दुर्दशा को देखना और सुनना हृदय विदारक है। मैं जिस भी भाई, बहन और बच्चे से मिलता हूं, उसके चेहरे पर मदद की पुकार होती है।”
उन्होंने कहा,“ मणिपुर में अब लोगों के जीवन और आजीविका को सुरक्षित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण शांति बहाली है – हमारे सभी प्रयास इस लक्ष्य की ओर एकजुट होने चाहिए।”
गौरतलब है राहुल गांधी दो दिन के मणिपुर दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने राहत शिविरों में पीड़ितों से बातचीत की और नागरिक संगठनों से मुलाकात करके राज्य में शांति बहाली के लिए प्रयास करने की अपील की। गांधी ने कहा कि राज्य में भयानक त्रासदियां हुई हैं और दोनों समुदायों के विस्थापित लोगों को इसका सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि विस्थापितों को भोजन, उचित आश्रय और दवाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हिंसा से कुछ नहीं मिलेगा।
राहुल गांधी ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की और उन्हें चुराचांदपुर, इंफाल पूर्व और बिष्णुपुर जिलों में राहत शिविरों के अपने दौरे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राज्यपाल को विभिन्न राहत स्थलों पर रह रहे विस्थापित लोगों की कठिनाइयों से अवगत कराया।उन्होंने शिशु आहार और विभिन्न बीमारियों की दवा जैसी आवश्यक वस्तुओं की कमी पर भी गहरी चिंता जतायी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी गहरी चिंता व्यक्त की।
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उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी राज्य में शांति और शांति लाने के लिए पूरा सहयोग देगी ताकि सह-अस्तित्व के प्राचीन इतिहास की यथास्थिति बरकरार रहे। राजभवन के एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने राहुल गांधी को शांति और शांति बहाल करने और सौहार्दपूर्ण बातचीत के माध्यम से स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारों द्वारा पहले से ही उठाए गये तथा उठाये जाने के लिए प्रस्तावित कार्यों के सामान्य कार्यक्रम की जानकारी दी।