
Muzaffarnagar Braces for Intense Heatwave, Health Dept on High Alert
मुजफ्फरनगर में तापमान में तेज़ी से बढ़ोतरी, लू और हीट वेव का खतरा। जिला अस्पताल और CHC पर कोल्ड रूम, ORS-जिंक कॉर्नर और दवाओं की व्यवस्था पूरी। जानिए क्या हैं प्रशासन की तैयारियां।
मुजफ्फरनगर (Shah Times)। उत्तर भारत में गर्मी ने अपनी दस्तक दे दी है और मुजफ्फरनगर भी इसकी चपेट में आता जा रहा है। इस बार जिले में सामान्य से कहीं अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार हीट वेव की आशंका भी जताई गई है। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन पहले से सतर्क हो गए हैं और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई हैं।
अप्रैल की शुरुआत के साथ ही तापमान में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। सात अप्रैल को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि एक अप्रैल को यह क्रमश: 32.0 और 16.0 डिग्री था। इसका मतलब है कि महज सात दिनों में तापमान में चार डिग्री से अधिक का उछाल आया है। यह बढ़ोतरी आने वाले दिनों में और अधिक गर्मी की ओर इशारा करती है।
इस बदलते मौसम और संभावित हीट वेव को देखते हुए जिला अस्पताल और सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वामी कल्याण देव राजकीय जिला चिकित्सालय में एक 10 बेड वाला विशेष कोल्ड रूम वार्ड तैयार किया गया है। यहां एयर कंडीशनर, कूलर और पंखों की व्यवस्था की गई है, ताकि हीट वेव से प्रभावित मरीजों को राहत दी जा सके। साथ ही, ओआरएस और जिंक कॉर्नर भी स्थापित किए गए हैं, ताकि शरीर में पानी और जरूरी लवणों की पूर्ति की जा सके। आइस पैक और आवश्यक दवाओं का भी भंडारण कर लिया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चार-चार बेड वाले कोल्ड रूम बनाए गए हैं, जो पूरी तरह से सुसज्जित हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील तेवतिया ने जानकारी दी कि फिलहाल कोल्ड रूम में सामान्य मरीजों को रखा जा रहा है, लेकिन हीट वेव से जुड़े लक्षणों वाले मरीजों की संख्या बढ़ने पर यह वार्ड तुरंत खाली कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी मरीज के शरीर का तापमान 104 डिग्री से अधिक पाया जाता है, तो आइस पैक का उपयोग कर उसे तत्काल राहत दी जाएगी। शासन से हीट वेव को लेकर जो दिशा-निर्देश मिले हैं, उनके अनुसार ही तैयारियां की जा रही हैं।
मौसम विभाग और चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस बार की गर्मी लू के तीव्र थपेड़ों के साथ आ सकती है। ऐसे में नागरिकों को दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। सुबह के समय ही आवश्यक कार्य निपटाने और हल्के, सूती कपड़े पहनने की हिदायत दी गई है। साथ ही, ज्यादा से ज्यादा पानी पीने और खुद को हाइड्रेटेड रखने की भी अपील की गई है।
जिला प्रशासन द्वारा किए गए इन इंतजामों का उद्देश्य हीट वेव की स्थिति में नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऐसे में जरूरी है कि आमजन भी सतर्क रहें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से बचा जा सके।