मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक एक जून से शुरू हुए चार महीने के मानसून सीजन में अब तक देश में 836.7 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य बारिश से आठ फीसदी ज्यादा है।
नई दिल्ली,(Shah Times)। दिल्ली, यूपी समेत देश के अन्य राज्यों में भारी बारिश ने बरपाया कहर ,भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो से तीन दिनों तक 14 राज्यों में तूफानी हवाएं और भारी बारिश की चेतावनी दी है।उत्तर भारत के कई इलाकों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) मुताबिक उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मिजोरम, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में आज ऑरेंज अलर्ट है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। उत्तराखंड में आज भारी बारिश की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है।मध्य भारत में बने दबाव के क्षेत्र के कारण दिल्ली, यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटों में उत्तरी मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते यूपी सरकार ने स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण 23 लोगों की जान जा चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक राज्य में भारी बारिश होगी। पिछले 24 घंटों में हाथरस में सबसे ज्यादा 186 मिमी बारिश हुई। बुलंदशहर और संभल में शुक्रवार को कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
दिल्ली में भी लगातार बारिश के चलते कई इलाकों में पानी भर गया है। आईएमडी ने आज दिल्ली के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 13 सितंबर को उत्तराखंड में भारी बारिश की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड के कई जिलों में गुरुवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए 10 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट और तीन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। काशीपुर में दीवार गिरने से 15 लोग घायल हो गए। शुक्रवार को कुमाऊं मंडल के सभी जिलों और गढ़वाल मंडल के तीन जिलों में 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। गुरुवार दोपहर पिथौरागढ़ में दारमा घाटी में 11,820 फीट की ऊंचाई पर स्थित सीपू में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। लगातार बारिश के कारण केदारनाथ जा रहे 3,000 यात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया। भारी बारिश के कारण प्रदेश में एनएच और स्टेट हाईवे समेत 151 सड़कें अवरुद्ध हैं।
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बाढ़ आ सकती है। पूर्वोत्तर के नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है। बांग्लादेश के तटीय इलाकों में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा में भारी बारिश के आसार हैं। बिहार के विभिन्न जिलों में येलो अलर्ट और झारखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है।
बिहार के नवादा, गया, जमुई, बांका, मुंगेर और लखीसराय में भारी बारिश की संभावना है। 15 सितंबर को कैमूर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, भोजपुर, बक्सर, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय और मुंगेर में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। हरियाणा में 15 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना है।
धौलपुर और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते पार्वती बांध के दस गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। पार्वती बांध के गेट खुलने से 50 गांवों में संकट पैदा हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार मध्य प्रदेश के ऊपर बना ‘दबाव’ आज दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंच गया है। केंद्र ने बताया कि अगले 24 घंटे में इसके उत्तर की ओर बढ़ने और कमजोर होकर ‘अच्छी तरह चिह्नित निम्न दबाव’ बनने की संभावना है।
अगले सप्ताह से देश से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी शुरू होने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि 19 से 25 सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून देश से वापसी शुरू कर सकता है। यह आमतौर पर 1 जून तक केरल में प्रवेश करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है।
यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस लौट जाता है। विभाग के मुताबिक, ’19 से 25 सितंबर के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहने की संभावना है।’
एक जून से शुरू हुए चार महीने के मानसून सीजन में अब तक देश में 836.7 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य बारिश से आठ फीसदी ज्यादा है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश हुई है। जबकि उत्तर-पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में क्रमश: चार, 19 और 25 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग ने पहले ही इस मानसून सीजन में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान जताया था।