
हिजबुल्लाह का इजरायल पर घातक मिसाइलो सेदू सरा सबसे बड़ा हमला किया है इजरायल ने लेबनान में लड़ाकू विमानों से हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया।
New Delhi,(Shah Times) । हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायल के हाइफा इलाके पर कम से कम 135 मिसाइलें दागकर इजरायल को दहला दिया। यह इजरायल पर दूसरा सबसे बड़ा हमला है। इस बार हाइफा इजरायल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इस हमले में 10 लोग घायल हो गए। इन हमलों के बाद हाइफा में अफरा-तफरी मच गई। उधर, इजरायल ने सोमवार को 130 लड़ाकू विमानों से लेबनान पर हमला किया। इस दौरान उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के 120 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया। हिजबुल्लाह ने इजरायल पर 130 रॉकेट भी दागे।
उधर, यमन की ओर से भी इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया। हमले के लिए सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। हालांकि, इजरायली सेना के मुताबिक, उनके एयर डिफेंस ने मिसाइल को हवा में ही मार गिराया। मिसाइल हमले की सूचना मिलते ही पूरे इजरायल में चेतावनी सायरन बजने लगे।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ युद्ध को ‘पुनरुत्थान का युद्ध’ नाम देने का आह्वान किया है। इससे पहले इजरायल ने पिछले एक साल से इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को ‘लोहे की तलवारें’ नाम दिया था।
इजराइल-हमास युद्ध को एक साल पूरा हुआ इजराइल और हमास के बीच युद्ध को सोमवार को एक साल पूरा हो गया। पिछले साल 7 अक्टूबर को हजारों हमास के लड़कों ने इजराइल पर हमला किया था। इस हमले में करीब 1200 इजराइली नागरिक मारे गए थे।
इसके अलावा 250 से ज़्यादा इज़रायली नागरिकों को बंधक बनाकर इज़रायल ले जाया गया. इस हमले के कुछ ही घंटों के भीतर इज़रायल ने हमास के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा कर दी. पिछले एक साल से चल रहे इस युद्ध की वजह से गाजा में 40 हज़ार से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं. पूरी खबर यहाँ पढ़ें…
ईरान पर इज़रायली हमले की आशंका इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सोमवार को कहा कि इज़रायल ईरान पर हमला ज़रूर करेगा. दरअसल, ईरान ने 1 अक्टूबर की देर रात इज़रायल पर 180 मिसाइलें दागी. इस हमले में 2 इज़रायली नागरिक घायल भी हुए.
हमले के बाद इज़रायली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगरी ने कहा कि ईरान को इस हमले के नतीजे भुगतने होंगे. हमारे पास एक योजना है और हम अपनी इच्छा के अनुसार समय और जगह तय करके कार्रवाई करेंगे.
हमले के बाद ईरान ने कहा कि यह नसरल्लाह की शहादत का पहला बदला है. यह तो बस शुरुआत है. दरअसल, 27 सितंबर को इज़रायल ने बेरूत में हिज़्बुल्लाह के मुख्यालय पर हमला किया था. इसमें हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह मारा गया था.
सोमवार को ईरान ने एक बार फिर कहा कि अगर इजरायल हमला करता है तो हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।
इजराइल ने दावा किया है कि उसने ईरान की ज्यादातर मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया है।
एक साल में इजरायल पर 26 हजार हवाई हमले इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने सोमवार को गाजा पट्टी, वेस्ट बैंक और लेबनान में किए गए ऑपरेशन से जुड़े आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक, पिछले साल इजरायल पर 26 हजार से ज्यादा मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन दागे गए। ये हमले गाजा, लेबनान, सीरिया, हौथी, ईरान से किए गए। इराक में कितने हमले हुए, इसकी जानकारी नहीं दी गई।
आईडीएफ ने गाजा पट्टी में करीब 17 हजार हमास सदस्यों को मार गिराया है। इजरायल में 1000 आतंकी भी मारे गए हैं। इजरायल पर हुए हमले में अब तक 728 सैनिक मारे गए हैं। वहीं, 4,576 घायल हुए हैं। गाजा में जमीनी ऑपरेशन के दौरान 346 लोग मारे गए। वहीं, जमीनी ऑपरेशन के दौरान 2,299 सैनिक घायल हुए।
सोमवार को इजराइल पर पिछले एक हफ्ते के अंदर दूसरा सबसे बड़ा हमला हुआ। इस बार लेबनान से हिजबुल्लाह ने इजराइल के हाइफा इलाके में कम से कम 135 ‘फादी-1’ मिसाइलें दागीं। हाइफा इजराइल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इस हमले में 10 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इन हमलों के बाद अफरातफरी मच गई। लगातार सायरन बजते रहे। इस दौरान लोग बम शेल्टर में छिपे नजर आए।
हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसने सोमवार शाम करीब 5 बजे इजराइल के तीसरे सबसे बड़े शहर हाइफा पर रॉकेट और मिसाइलों से हमला किया। हिजबुल्लाह ने पहली बार ‘फादी-1’ मिसाइल का इस्तेमाल किया है, जिससे हाइफा में बड़ा नुकसान हुआ है। इजराइली सेना 7 अक्टूबर 2023 को हुए नरसंहार की पहली बरसी मना रही है। इस बीच इजराइली शहर हिजबुल्लाह के ताबड़तोड़ हमलों से दहल उठा है।
हिजबुल्लाह के पास मौजूद ‘फादी’ मिसाइल बेहद घातक मानी जाती है। इसकी रेंज 80 किलोमीटर तक है। इसे मोबाइल प्लेटफॉर्म से भी लॉन्च किया जा सकता है। इसमें 83 किलोग्राम का वॉरहेड लगा है, जो किसी भी तरह के टारगेट को तबाह करने की क्षमता रखता है। इसकी रेंज ही इसकी सबसे बड़ी खासियत है। यही वजह है कि यह इजरायल के आयरन डोम को भेद सकता है। इजरायली पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हाइफा पर रॉकेट दागे गए हैं। यहां एक बड़ा बंदरगाह भी है। इजरायली सेना ने बताया कि लेबनान से हाइफा पर पांच रॉकेट दागे गए, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। इस इलाके में गिरे प्रोजेक्टाइल की पहचान कर ली गई है। इसकी समीक्षा की जा रही है। इजरायल के उत्तरी गैलिली क्षेत्र के तिबेरियास पर भी 15 रॉकेट दागे गए, जिनमें से कुछ को मार गिराया गया। लेकिन पांच रॉकेट गिर गए।
उधर, इजरायल का कहना है कि दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर उसका सैन्य अभियान जारी है। हवाई हमलों के साथ-साथ उसकी सेना जमीन पर भी आतंकी संगठन की कमर तोड़ रही है। हालांकि, इन हमलों में दो इजरायली सैनिकों की मौत हो गई। इस तरह हिजबुल्लाह के साथ युद्ध में अब तक 11 सैनिकों की जान जा चुकी है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जवाबी हमला जरूरी है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सीमावर्ती शहर बिंट जेबिल में एक नगरपालिका भवन पर इजरायली हवाई हमले में 10 दमकलकर्मी मारे गए, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। दक्षिणी और पूर्वी शहरों में रविवार को हुए हवाई हमलों में 22 लोग मारे गए। इजरायली रक्षा बलों ने यह भी दावा किया कि उसकी वायु सेना ने बेरूत में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर बमबारी की है।
इजराइल डिफेंस फोर्सेज के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल हर्जी हलेवी ने कहा, “7 अक्टूबर को इजराइल राज्य के नागरिकों की रक्षा करने के हमारे मिशन में विफल होने का एक साल पूरा हो गया है। 7 अक्टूबर गहन आत्मनिरीक्षण का दिन है। हम हमास के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। हमने हिजबुल्लाह को एक गंभीर झटका दिया है, उसके सभी शीर्ष कमांडरों को मार दिया है। हम लड़ते हैं, सीखते हैं और सुधार करते हैं।”
इससे पहले 1 अक्टूबर को हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान ने इजराइल पर सबसे बड़ा हमला किया था। मंगलवार रात 10 बजे ईरान ने इजराइल पर अंधाधुंध 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागकर दहशत फैला दी। इजराइल के 10 मिलियन से ज्यादा लोगों को बम शेल्टर में शरण लेनी पड़ी। इन भीषण हमलों के बाद ईरान ने साफ शब्दों में कहा था कि उसने हसन नसरल्लाह और इस्माइल हनिया की मौत का बदला ले लिया है।
ईरान के हमले के दौरान यरुशलम से लेकर इजरायल के जॉर्डन घाटी तक धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इजरायली सेना ने कहा कि इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय था। अमेरिका और ब्रिटेन ने भी इजरायल की रक्षा में तत्परता दिखाई और मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया। इन हमलों के बाद यरुशलम के पास एक गुप्त बंकर में नेतन्याहू की अध्यक्षता में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी थी।
आपको बता दें कि हमास और इजरायल के बीच युद्ध को पूरा एक साल हो गया है। 7 अक्टूबर वो मनहूस दिन था जिसने न सिर्फ गाजा बल्कि मध्य पूर्व की तस्वीर भी बदल दी। गाजा पर शासन करने वाले हमास ने इजरायल पर बेहद घातक हमला करके पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। हमास ने कुल 1200 लोगों को मार डाला, जिसमें इजरायली नागरिकों के साथ-साथ थाईलैंड और अमेरिका के नागरिक भी शामिल थे। हमास के लड़ाकों ने 250 लोगों को बंधक भी बना लिया। हमास के हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की जो आज तक जारी है। इजरायली सेना ने आज तक पूरे गाजा को तबाह कर दिया है।
इजरायली सेना ने न केवल हमास के लड़ाकों को मारा बल्कि इसके बहाने हजारों मासूम बच्चों और महिलाओं को भी मार डाला। फिलिस्तीन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक इजरायल ने 41,870 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार डाला है। ये आंकड़े हर गुजरते दिन के साथ बढ़ते जा रहे हैं। इन हमलों में अब तक 97,166 फिलिस्तीनी घायल हो चुके हैं। इतना ही नहीं इजरायली हमलों के कारण गाजा की 23 लाख की आबादी में से अधिकांश बेघर हो गए हैं। इस एक साल के दौरान हमास और इजरायल के बीच दो बार अस्थायी सशर्त युद्धविराम हुआ। इस दौरान बंधकों की अदला-बदली की गई। अब भी कई बंधक हमास के कब्जे में हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी बंधकों की रिहाई के लिए कई बार युद्धविराम करवाने की कोशिश की है लेकिन सफल नहीं हो पाया है।
Hezbollah fired 135 deadly missiles, Israel attacked Lebanon with 130 fighter jets