
पूजा खेड़कर (Pooja Khedkar) महाराष्ट्र कैडर की IAS प्रशिक्षु, इसी दौरान विवादों में फंस गईं हैं। उन पर फर्जी सर्टिफिकेट से UPSC परीक्षा पास करने का आरोप लगा है, और उन्होंने मेडिकल टेस्ट भी नहीं दिया।
New Delhi , (Shah Times) । यहां देश में हर साल लाखों छात्र UPSC की तैयारी करते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ की ही हो पाती है चुनौती। पूजा खेड़कर (Pooja Khedkar) महाराष्ट्र कैडर की IAS प्रशिक्षु, इसी दौरान विवादों में फंस गईं हैं। उन पर फर्जी सर्टिफिकेट से UPSC परीक्षा पास करने का आरोप लगा है, और उन्होंने मेडिकल टेस्ट भी नहीं दिया।
यूपीएससी परीक्षा का विवाद
पूजा खेडकर ने 2023 में यूपीएससी परीक्षा में भाग लिया था और उन्होंने नॉन क्रीमी ओबीसी कोटे से परीक्षा के लिए आवेदन किया था। उनके पिता के हल्फनामे में दी गई जानकारी के अनुसार, उनके पास 40 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिससे उन्हें नॉन क्रीमी ओबीसी के तहत आवेदन करने का अधिकार नहीं था।
फर्जी सर्टिफिकेट का मामला
पूजा खेडकर पर एक आरोप है कि उन्होंने यूपीएसएस परीक्षा में पास होने के लिए फर्जी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया। इसके अलावा, उन्होंने मेडिकल टेस्ट नहीं दिया था, लेकिन बाद में एक बाहरी चिकित्सा एजेंसी से MRI रिपोर्ट जमा करने का विकल्प चुना, जिसे परीक्षा प्राधिकरण ने माना।
विकलांगता का मामला
उन्होंने अपने हल्फनामे में विकलांगता का भी दावा किया था, जिससे उन्हें कम नंबर मिलने के बावजूद भी यूपीएससी में सलेक्शन हो गया।
करोड़ों की मालकिन है पूजा खेडकर
पूजा खेडकर के संबंध में नया विवाद सामने आया है, जहां उन्होंने अपनी आय के बारे में जानकारी दी है कि उनके पास पुणे और अहमदनगर जिलों में कई स्थानों पर जमीन है। इन संपत्तियों की कुल कीमत 1 करोड़ 93 लाख रुपये है, जिससे उनकी आय लगभग 42 लाख रुपये हो रही है। इसके बावजूद, उनके पिता की आय 40 करोड़ रुपये है।
इस मामले में सवाल उठता है कि अगर उनके पास इतनी बड़ी संपत्ति है तो कैसे उन्होंने नॉन क्रीमी ओबीसी वर्ग में छूट पाने के लिए आवश्यक आठ लाख रुपये की आय सीमा का प्रमाणपत्र प्राप्त किया? यह मुद्दा उनकी नियुक्ति के संदेह को और भी गहरा करता है।
इस विवाद के संबंध में समाचार रिपोर्ट बनाने के लिए यह जानकारी अत्यधिक महत्वपूर्ण है, जो पूजा खेडकर की करियर और उनके आरोपों के संदर्भ में सार्वजनिक रूप से उजागर करती है।