
Firozabad Police and Religious Leaders Eid-ul-Azha 2025 Meeting- Shah Times
फिरोजाबाद में ईद-उल-अज़हा को लेकर डीआईजी और एसएसपी की धर्मगुरुओं संग बैठक, अमन और भाईचारे से त्योहार मनाने की अपील। सोशल मीडिया, कुर्बानी और नमाज़ को लेकर प्रशासन ने दिए सख्त दिशा-निर्देश।
फिरोजाबाद, (Shah Times)। ईद-उल-अज़हा के पावन अवसर को शांतिपूर्वक और भाईचारे के माहौल में मनाने को लेकर फिरोजाबाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। नालबंद चौकी पर एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें डीआईजी शैलेश कुमार पांडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों के प्रमुख धर्मगुरुओं के साथ संवाद स्थापित किया।
धार्मिक सौहार्द और भाईचारे की मिसाल देने की अपील
बैठक में पुलिस अधिकारियों ने सभी धर्मगुरुओं से अपील की कि ईद का पर्व पारंपरिक उल्लास, आपसी प्रेम, अमन और भाईचारे के साथ मनाया जाए। इस मौके पर सभी धर्मगुरुओं ने एक स्वर में कहा कि फिरोजाबाद की गंगा-जमुनी तहजीब कायम है और रहेगी। हम सभी लोग हमेशा की तरह मिल-जुलकर त्योहार मनाते आए हैं और आगे भी एकजुटता से मनाएंगे।
सोशल मीडिया पर संयम बरतने की सलाह
बैठक में विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने और भड़काऊ पोस्ट करने से बचने की अपील की गई। डीआईजी शैलेश कुमार पांडे ने कहा कि, “सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल न करें जिससे कानूनन कार्रवाई से बचा जा सके। अगर कोई परेशानी हो तो तुरंत 112 या नजदीकी चौकी, थाने या अधिकारी से संपर्क करें। प्रशासन हर समय तत्पर है।”








कुर्बानी को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देश
प्रशासन ने ईद-उल-अज़हा को लेकर कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइंस जारी कीं:
- प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी ना की जाए।
- खुले में कुर्बानी करना पूरी तरह वर्जित है।
- कुर्बानी निजी परिसर या अधिकृत स्थानों पर ही की जाए।
- सड़क या सार्वजनिक स्थलों पर नमाज़ अदा न की जाए, सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य है।
प्रशासन और समाज के प्रतिनिधि एक मंच पर
बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ कई प्रमुख धार्मिक और सामाजिक हस्तियां भी उपस्थित रहीं, जिनमें नगर पुलिस अधीक्षक रवि शंकर प्रसाद, सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया, एलआईयू विभाग, करबला कमेटी अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान, वरिष्ठ मौलाना हजरत मौलाना शफी अहमद कासमी, शहर मुफ्ती तनवीर अहमद कासमी, पंडित पन्नालाल शास्त्री, हाफिज रफीउद्दीन, मौलाना तनवीर उल कादरी, मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी, मुफ्ती कासिम रजी, मौलाना अमीन अख्तर, मौलाना अरशद रजवी, मुफ्ती हुजैफा, पूर्व डिप्टी मेयर श्याम सिंह यादव, दिनेश कटारा, ईदगाह सचिव इसरार अहमद खान, जामा मस्जिद सचिव सूफी जमील नासिर अबरारी और अब्दुल मुजीब आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
समापन संदेश: प्यार, अमन और संयम से मनाएं त्योहार
धर्मगुरुओं और प्रशासन की साझा पहल एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि किस तरह एकजुटता और सहयोग से त्योहारों को शांतिपूर्ण बनाया जा सकता है। ईद-उल-अज़हा को लेकर फिरोजाबाद प्रशासन पूरी तरह सजग है और नागरिकों से भी उम्मीद है कि वे हर नियम और दिशा-निर्देश का पालन करते हुए एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियाँ बांटें।