
Prime Minister Narendra Modi interacts with Indian Air Force personnel at Adampur Airbase after Operation Sindoor – Shah Times Exclusive
जालंधर, ( Shah Times)।भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए तनाव और सीजफायर के बाद मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक आदमपुर एयरबेस पहुंचे। यहां उन्होंने भारतीय वायुसेना के वीर जवानों से मुलाकात की और ऑपरेशन “सिंदूर” की सफलता के लिए उन्हें बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा, “साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक वीर जवानों से मिलना विशिष्ट अनुभव रहा। भारत सशस्त्र बलों के समर्पण और बलिदान के लिए हमेशा आभारी रहेगा।”
प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा –
“आज सुबह, मैं एएफएस आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं से मिला। साहस और देशभक्ति का जो जज्बा इन जवानों में देखा, वह अविस्मरणीय है।”
आदमपुर एयरबेस पर एक घंटे का दौरा:
सुबह 9 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीधे जालंधर के पास स्थित आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे। करीब एक घंटे के दौरे के दौरान उन्होंने अफसरों से ब्रीफिंग ली और जवानों से सीधे संवाद भी किया। जवानों ने “जय हिंद” के नारों से प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
पाकिस्तान का दावा और भारत की सख्त प्रतिक्रिया:
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से यह दावा किया गया था कि उनके JF-17 फाइटर जेट द्वारा दागी गई हाइपरसोनिक मिसाइल ने आदमपुर एयरबेस के S-400 डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस दावे को पूरी तरह “झूठा और भ्रामक” बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय एयर डिफेंस पूरी तरह सुरक्षित और सक्रिय है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया। इस दौरान भारतीय वायुसेना ने सीमापार आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन, रॉकेट और मिसाइल हमलों की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता के चलते सभी हमले निष्फल रहे।
इतिहास में आदमपुर एयरबेस की भूमिका:
आदमपुर एयरबेस भारत का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य हवाई ठिकाना है, जो जालंधर से करीब 21 किमी और भारत-पाक सीमा से लगभग 100 किमी दूर है। यहां वायुसेना की 47वीं स्क्वॉड्रन तैनात है, जिसे “ब्लैक आर्चर” के नाम से जाना जाता है। 1965 की जंग में इस एयरबेस की भूमिका अहम रही थी। 6 सितंबर 1965 को पाकिस्तान ने इस स्टेशन पर हमला किया था, जिसे भारतीय वायुसेना ने नाकाम किया। अगले दिन पाकिस्तान ने यहां 135 कमांडो पैराशूट से उतारे, जिनमें से 125 या तो मारे गए या पकड़े गए।
प्रधानमंत्री का राष्ट्र को संबोधन:
सीजफायर के 51 घंटे बाद सोमवार रात प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। 22 मिनट के इस भाषण में उन्होंने कहा –
“जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें ही मिटा दिया। भारत ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि आतंकवाद को जवाब उसी की भाषा में दिया जाएगा।”
प्रधानमंत्री का आदमपुर दौरा सिर्फ एक सैन्य ठिकाने का औपचारिक निरीक्षण नहीं था, बल्कि यह भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति आभार और आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत राजनीतिक-सैन्य संदेश भी था। वहीं, पाकिस्तान द्वारा फैलाई जा रही झूठी सूचनाओं का भारत ने तथ्यों के साथ सटीक जवाब दिया है।