
"PM Narendra Modi warmly welcomes US Vice President JD Vance and his family to India. The family visits Akshardham Temple and experiences India's cultural heritage, marking a new chapter in US-India diplomatic ties."
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक संबंधों को लेकर अहम चर्चा। जानिए इस दौरे की खास बातें।
🇮🇳🤝🇺🇸 भारत-अमेरिका संबंधों को नई ऊंचाई देने वाला एक ऐतिहासिक क्षण
New Delhi,(Shah Times) । JD Vance Meet PM Modi: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) ने सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को अपने पहले आधिकारिक भारत दौरे की शुरुआत की। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने अपने परिवार सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोक कल्याण मार्ग स्थित आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। यह बैठक सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं, बल्कि भारत-अमेरिका रिश्तों में भरोसे, संवाद और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक बनी।
व्यापार, सुरक्षा और रणनीति: चर्चा के प्रमुख मुद्दे
दोनों नेताओं के बीच व्यापार समझौते, रणनीतिक सुरक्षा, और वैश्विक भू-राजनीतिक हालातों पर चर्चा होने की संभावना है। अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर की पृष्ठभूमि में जेडी वेंस की भारत यात्रा को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय संस्कृति में रमे वेंस परिवार
जेडी वेंस के साथ उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा चिलुकुरी वेंस, और उनके तीन बच्चे इवान, विवेक, और मिराबेल भी भारत पहुंचे। परिवार ने दिल्ली के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर में दर्शन किए। खास बात यह रही कि वेंस के बच्चों ने पारंपरिक भारतीय परिधान पहन रखे थे, जिससे भारतीय संस्कृति के प्रति उनका आदर स्पष्ट झलका।
सांस्कृतिक संवाद का उदाहरण
अक्षरधाम दर्शन के दौरान वेंस परिवार को भारतीय शिल्पकला से जुड़ी स्मृतियां, जैसे लकड़ी का नक्काशीदार हाथी, मंदिर का मॉडल और बच्चों के लिए किताबें भेंट की गईं। इसके बाद वेंस दंपत्ति जनपथ के एक हस्तशिल्प एम्पोरियम भी पहुंचे, जहां उन्होंने मिट्टी के बर्तन और भारतीय चाय खरीदी।
भारत की रणनीति: आत्मनिर्भर और आत्मसम्मानी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आगामी IMF वाशिंगटन दौरे में भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत की संभावना है। हालांकि भारत ने स्पष्ट किया है कि किसी भी समझौते में जल्दबाजी नहीं की जाएगी। भारत के लिए राष्ट्रीय हित और संतुलित साझेदारी प्राथमिकता है।
“भारत किसी भी समझौते पर दबाव में हस्ताक्षर नहीं करेगा। सहयोग तभी संभव है जब दोनों देशों के हितों का सम्मान हो।” — आधिकारिक सूत्र
भरोसे की नींव पर खड़ा नया युग
जेडी वेंस की यह यात्रा न केवल एक राजनीतिक दौरा है, बल्कि यह दो लोकतांत्रिक शक्तियों के बीच भरोसे, संस्कृति और रणनीति के साझा भविष्य की शुरुआत है। इस मुलाकात ने यह संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका, बदलती वैश्विक राजनीति में साथ मिलकर निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार हैं।