भाजपा में सीनियर लीडर और व पूर्व कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी (BJP) में सीनियर लीडर और व पूर्व कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) और वर्तमान में लखनऊ पूर्व क्षेत्र से विधायक आशुतोष टंडन गोपाल (Ashutosh Tandon Gopal) का 63 साल की आयु में गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे निधन हो गया गोपाल जी का निधन लंबे समय से कैंसर से जूझते हुए हुआ। आशुतोष टंडन लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और लखनऊ (Lucknow) के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में इलाज चल रहा था।
उत्तर प्रदेश (UP) के लखनऊ (Lucknow) पूर्व से विधायक एवं पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन जी (Ashutosh Tandon) का आज दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर ह्रदय गति रुकने से स्वर्गवास हो गया है। आशुतोष टंडन जी (Ashutosh Tandon) लम्बे समय से बीमारी से ग्रसित थे जिसका इलाज मेदांता लखनऊ (Medanta Lucknow) में चल रहा था।
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आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) बिहार और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) के पुत्र थे। उनके भाई अमित टंडन ने सोशल मीडिया पर आशुतोष टंडन गोपाल के निधन की सूचना औपचारिक तौर पर दी है। आशुतोष टंडन गोपाल (Ashutosh Tandon gopal) भारतीय जनता पार्टी (BJP) की 2017 से 2022 की बीच की सरकार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं नगर विकास के मंत्री रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पूर्व क्षेत्र से जीत जरूर हासिल की, लेकिन वह मंत्री नहीं बनाए गए। जिसके पीछे की वजह उनकी बीमारी ही थी। पिछले करीब तीन महीने से वह मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। बीच में हाल सुधारने पर वह घर भी गए, लेकिन उनका निधन मेदांता अस्पताल में ही हुआ है।
आशुतोष टंडन गोपाल (Ashutosh Tandon Gopal) अपने पिता लालजी टंडन (Lalji Tandon) की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए थे. 2012 में उन्होंने पहली बार लखनऊ (Lucknow) उत्तर क्षेत्र से चुनाव लड़ा जहां उनको पराजय का सामना करना पड़ा था। 2014 में कलराज मिश्रा जब सांसद बन गए तब लखनऊ पूर्वी क्षेत्र में उपचुनाव हुए जहां से गोपाल जी टंडन ने जीत हासिल की और वह पहली बार विधायक बने। इसके बाद में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव और वर्ष 2022 की विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने लगातार दो बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2017 से 22 के बीच में मंत्री रहे और अलग-अलग समय पर उन्होंने चिकित्सा स्वास्थ्य और उसके बाद नगर विकास विभाग का जिम्मा संभाला।
2019 में जब उनके पिता लालजी टंडन (Ashutosh Tandon) का निधन हुआ था। उसी समय वह बीमार होना शुरू हो गए थे वह कैंसर से पीड़ित हो गए। बताया जाता है कि इसी वजह से 2022 में जीत के बावजूद उनको मंत्री नहीं बनाया गया। बीते करीब तीन महीने से वह लगातार मेदांता अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने गुरुवार की दोपहर 12:05 बजे अंतिम सांस ली।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) ने पूर्व मंत्री एवं विधायक आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा है कि यह हमारी निजी क्षति है।उनके निधन से प्रदेश की राजनीति में शून्यता आई है। मैं जो महसूस कर रहा हूं उन भावों को शब्दों से वर्णन नहीं कर सकता हूं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।