चलिए जानते हैं गुड की चाय बनाने का सही तरीका और फायदें।
कुछ लोग को गुड की चाय पीना बेहद पसंद करते है, खासकर पुराने समय के लोग। लेकिन क्या आप गुड की चाय बनाने का सही तरीको जानते हैं, अगर आपका जवाब नही है तो कोई बात नही, क्योंकि आज हम आपको गुड की चाय बनाने का एक सरल और सही तरीका बताने वाले है। जिससे आप आसानी से गुड की चाय बना सकते है। तो चलिए बिना देर किए जानते है गुड की चाय बनाना।
हमारे देश में चाय हर मौके पर मूड को बेहतर बना देती है। लेकिन ज्यादा चाय पीना भी सेहत के लिए खतरनाक होता है। खासकर अगर आप रिफाइंड चीनी की चाय पीते हैं तो इससे सेहत को कई तरह के नुकसान होते हैं। ऐसे में गुड़ की चाय को सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। रिफाइंड चीनी की बजाय अगर आप गुड़ की चाय पीते हैं तो आपके ढेर सारे न्यूट्रिएंट्स भी मिलते हैं। लेकिन कई लोग शिकायत करते हैं कि चाय बनाने के दौरान गुड़ डालते ही उनकी चाय फट जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसी ही परेशानी आ रही है तो आप इन टिप्स की मदद ले सकते हैं। इससे आपकी चाय नहीं फटेगी और गुड़ की चाय के ढेर सारे फायदे भी मिलेंगे। तो फिर चलिए जानते हैं कि गुड़ की चाय को फटने से कैसे बचा सकते हैं।
गुड़ की चाय पीने के फायदें?
गुड़ की चाय रिफाइंड चीनी की चाय के मुकाबले बहुत सारे फायदे करती है। गुड़ की चाय को इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है। इसे पीने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और शरीर बाहरी बीमारियों से लड़ने के लिए ताकतवर बनता है। खासकर सर्दी, खांसी, बुखार जैसी परेशानियों में गुड़ की चाय काफी फायदा करती है। जिन लोगों को वजन कम करना है, इनके लिए गुड़ की चाय काफी परफेक्ट हो सकती है। दरअसल गुड़ की चाय में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स वजन कम करने में मददगार होते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और डाइजेशन भी अच्छा होता है। ये चाय बाउल मूवमेंट को एक्टिव करती है और कब्ज आदि की परेशानी दूर करती है। जिन लोगों के शरीर में खून की कमी है या एनीमिया है, उन्हें भी गुड़ की चाय पीनी चाहिए। इसमें पाया जाने वाले आयरन शरीर में खून की कमी दूर करता है। गुड़ की चाय को अगर अदरक डालकर बनाया जाए तो ये दुगना फायदा करती है।
गुड की चाय बनाने का तरीका
गुड की चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन लीजिए। आपको ध्यान रखना है कि पानी कम ही लेना है। दरअसल चाय उबालने के दौरान पानी कम हो जाता है और गुड़ काले रंग का होने के कारण चाय बहुत काली बन जाती है। इसलिए पानी कम ही लें।
इसके बाद पानी के उबलने से पहले ही उसमें थोड़ा सा गुड़ डालिए। अगर आप दो कप चाय बना रहे हैं तो एक चम्मच क्रश किया हुआ गुड़ एड कीजिए। कोशिश करें कि गुड़ अच्छी क्वालिटि और बिना केमिकल वाला ही हो।
गुड़ अच्छी तरह मिलने से पहले ही इसमें थोड़ी सी चायपत्ती एड कर दीजिए। चायपत्ती आपको अपने स्वाद के अनुसार लेनी है। अगर आप कड़क चाय पीना चाह रहे हैं तो चाय पत्ती की मात्रा ज्यादा रखिए, अगर आपको हल्की चाय पसंद है तो चाय पत्ती कम ही डालें।
चायपत्ती डालने के बाद अब अदरक डालने की बारी है। ग्रेटर में घिसी हुई थोड़ी सी अदरक इस पानी में एड कर लीजिए। इससे गुड़ की चाय का स्वाद काफी बढ़ जाएगा।
सब चीजें डालने के बाद चाय को अच्छी तरह उबलने दीजिए। इस बात का ध्यान रखें कि चाय को तब तक अच्छी तरह उबालें जब तक उसमें डाला गया गुड़ पूरी तरह घुल न जाए।
इसके बाद चाय में गर्म दूध डालें। आपको ध्यान रखना है कि दूध ठंडा नहीं बल्कि गर्म होना चाहिए। कई बार कम दूध के चलते भी गुड़ वाली चाय फट जाती है। दूध डालने के बाद चाय को तेज आंच पर अच्छी तरह उबलने दें। गैस को सिम बिलकुल न करें वरना चाय फट सकती है। दरअसल गुड़ दूध के साथ मिलकर रिएक्शन करता है और चाय फट जाती है। ऐसे में आप तेज आंच करके इस रिएक्शन को धीमा कर सकते हैं। इस तरह से आप गुड की चाय बना कर पी सकते है।