
राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश सचिव व पूर्व जिला अध्यक्ष अजीत राठी और संजय राठी से एसएसपी की हुई मुंह भाषा के बाद लोक दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता पुलिस कार्यालय के बाहर खड़ी एसएसपी की गाड़ी के आगे धरने पर बैठ गए काफी देर तक धरना चला रहा।
मुजफ्फरनगर, (Shah Times)। राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश सचिव व पूर्व जिला अध्यक्ष अजीत राठी और संजय राठी से एसएसपी की हुई मुंह भाषा के बाद लोक दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता पुलिस कार्यालय के बाहर खड़ी एसएसपी की गाड़ी के आगे धरने पर बैठ गए काफी देर तक धरना चला रहा ।
जहां राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव का कहना था कि उनके साथ बड़ा ही दुर्व्यवहार किया गया इस दौरान एसपी यातायात क्षेत्राधिकार व अन्य अधिकारी धरना दे रहे हैं लोकदल के लोगों को मनाते रहे काफी देर बाद एसपी देहात कार्यालय में दोनो ओर से वार्ता शुरू हुई बातचीत के बाद दोनों ओर से खेद प्रकट किया गया जिसके बाद मामला सुलझ गया।
राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश सचिव एव पूर्व जिला अध्यक्ष अजीत राठी व उनके साथ आए संजय राठी बुधवार को पुलिस कार्यालय पहुंचे और एसएसपी से मुलाकात की संजय राठी ने बताया कि वह मंसूरपुर क्षेत्र के एक मामले को लेकर एसएसपी से मिले थे लेकिन जब उन्होंने कुछ समस्याएं सामने रखी तो उन्हें बोलने से बीच में ही टोका गया और आरोप है कि उन्होंने पूरी बात अपनी अधिकारियों के सामने रखी भी नहीं थी कि उनके साथ दुर्व्यवहार शुरू हो गया।
अजीत राठी का कहना है कि उन्हें अधिकारियों के इस दुर्व्यवहार से ठेस पहुंची है पुलिस कार्यालय से बाहर आकर वह बाहर खड़ी एसएसपी की गाड़ी के सामने धरने पर बैठ गए इस दौरान उनके साथ आए कुछ लोग भी पुलिस कार्यालय के बाहर धरना देने लगे धीरे-धीरे लोकदल के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ती गई और उन्होंने भी धरने का समर्थन किया इसी दौरान राष्ट्रीय लोकदल के जिला अध्यक्ष संदीप मलिक भी मौके पर पहुंच गए ।
इस पूरे प्रकरण को सुना इसके बाद एसपी यातायात कुलदीप सिंह क्षेत्राधिकार व पुलिस कार्यालय में तैनात कर्मचारी धरना दे रहे राष्ट्रीय लोकदल के धरने के बीच पहुंचे और उन्होंने संजय राठी अजीत राठी सहित सभी लोगों को समझने का प्रयास किया इस दौरान काफी देर तक बातचीत चलती रही संजय राठी एक ही बात को दोहराते रहे कि उन्हें आज बड़ी आत्मग्लानि हुई है कई घंटे बाद राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी व पुलिस अधिकारियों के बीच एसपी देहात के कार्यालय में वार्ता शुरू हुई और दोनों और से ही इस मामले को लेकर खेद पर्कट किया गया इसके बाद धरना समाप्त हुआ।
इस दौरान अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह सतीश प्रधान अशोक राठी सहित के दर्जन लोक दल के पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।