
संसद सुरक्षा मुद्दे पर भारी हंगामा लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली। लोकसभा (Lok Sabha) में संसद (Parliament) की सुरक्षा के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सोमवार को भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने सदन समवेत होते सभा को विशेष दीर्घा में बैठे श्रीलंका के संसदीय शिष्टमंडल के बारे में सूचित किया। उसके बाद उन्होंने कुवैत (Kuwait) के अमीर शेख नवाफ अल अहमद अल सबा (Emir Sheikh Nawaf Al Ahmad Al Sabah) के निधन के बारे में सदन को सूचित किया एवं दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने नागौर से लोकसभा (Lok Sabha) सदस्य हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) के लोकसभा (Lok Sabha) की सदस्यता से इस्तीफ़ा देने की भी जानकारी दी।
अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि लोकसभा (Lok Sabha) में 13 दिसंबर को जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है, वह निश्चित तौर पर हम सबके लिए गहरी चिंता का विषय है। इस घटना पर हमने सामूहिक रूप से सदन में चिंता व्यक्त की थी। उसी दिन उन्होंने इस विषय पर सभी दलों के नेताओं के साथ विचार विमर्श किया था कि किस प्रकार हम संसद की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं। उस बैठक में आपके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण सुझावों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर हुई इस घटना की गहन जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई गई है।
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बिरला ने कहा कि आप सभी भलीभांति अवगत हैं कि हमारे सदन में पूर्व में भी ऐसी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं। सदन के अंदर आगंतुकों नारेबाजी करने, दर्शक दीर्घा से कूद जाने और पर्चे फेंकने जैसी घटनाओं का साक्षी पूरा देश रहा है। ऐसी हर घटना के समय सदन ने एकजुटता का परिचय देते हुए एक स्वर में इनके विरोध में अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। संसद परिसर की सुरक्षा संसद के क्षेत्राधिकार में आती है। इसलिए सुरक्षा के विषय पर हमारी जो भी कार्य योजना बनेगी, वह आप सबके साथ विचार विमर्श करके, आपके सुझाओं के आधार पर ही बनेगी और उसके बाद संसद सचिवालय द्वारा ही क्रियान्वित की जाएगी।
इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने कहा कि सभी दलों ने यह सर्वसम्मति से निर्णय किया था कि वह सदन के भीतर तख़्तियां लेकर नहीं आयेंगे। उन्होंने कहा कि वह हर विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा करना आवश्यक है इसलिए हंगामा करना उचित नहीं है।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों कई बार आग्रह किया कि वह सभी अपने अपने स्थान पर जायें और प्रश्नकाल चलने दें। उन्होंने कहा कि अगर तख़्तियां लेकर आयेंगे तो वह सदन नहीं चलायेंगे। उनके बार बार आग्रह के बाद हंगामा नहीं थमा तब उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी।