
भुवनेश्वर। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (BOI) ने सैकड़ों करोड़ रुपये सोलर टेक्नो एलायंस (STA) क्रिप्टो पोंजी घोटाले (Crypto Ponzi Scam) के मुख्य आरोपियों में से तीन लोगों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया है।
ईओडब्ल्यू (EOW) के सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि जिन तीन आरोपियों के खिलाफ एलओसी जारी की गई है, उनमें राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी कृष्ण कुमार, राजस्थान के श्री-गंगानगर निवासी अनिल कुमार और राजस्थान के नागौर निवासी भूरा राम शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक ये तीनों गुरतेज सिंह सिद्धू के करीबी सहयोगी हैं और योजना के वित्तीय और तकनीकी प्रबंधन की देखभाल करते हैं। वे शीर्ष कमाई करने वाले भी हैं और एसटीए पिरामिड के शीर्ष पदानुक्रम में आते हैं।
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इससे पहले ओडिशा अपराध शाखा के ईओडब्ल्यू (EOW) ने रविवार को यहां बताया कि हंगरी के नागरिक और एसटीए क्रिप्टो पोंजी घोटाले के प्रमुख डेविड गीज़ (32) के खिलाफ एलओसी जारी की गई है।
लुक आउट सर्कुलर ओडिशा क्राइम ब्रांच (Odisha Crime Branch) के ईओडब्ल्यू के अनुरोध पर जारी किया गया है, जिसने पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गए लोगों में “एसटीए क्रिप्टो टोकन” के भारत के प्रमुख एवं पंजाब के फरीदकोट निवास गुरतेज सिंह सिद्धू (40) फरीदकोट, एसटीए के ओडिशा प्रमुख एवं भद्रक के निरोद दास और रत्नाकर पल्लई शामिल हैं।
अनुमान है कि ओडिशा के 10,000 से अधिक लोग पहले ही इस योजना के सदस्य बन चुके हैं। इस योजना/घोटाले के दो लाख से अधिक सदस्य (अखिल भारतीय) हैं, जो मुख्य रूप से पंजाब, राजस्थान, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और असम जैसे राज्यों में हैं। ईओडब्ल्यू के मुताबिक घोटाले में शामिल कुल धनराशि (पैन इंडिया) 1,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।