
AIMIM Chief Asaduddin Owaisi urges Muslims to wear black bands during Jumma prayers in response to the Pahalgam terror attack.
असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए मुस्लिम समुदाय से जुमे की नमाज़ के दौरान काली पट्टी बांधने की अपील की है। जानिए उन्होंने क्यों कहा ‘दुश्मन की चाल में ना फंसे’।
‘दुश्मन की चाल में ना फंसे, जुमे की नमाज़ में काली पट्टी बांधकर जाएं…’
New Delhi,(Shah Times) । ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर मुस्लिम समुदाय से एकजुटता और शांति का संदेश देने की गुजारिश की है।
ओवैसी ने कहा कि शुक्रवार को जब मुस्लिम भाई मस्जिद में नमाज़-ए-जुम्मा अदा करने जाएं, तो वे अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर जाएं। यह आतंकवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ एक शांतिपूर्ण विरोध और भारतीय एकता का प्रतीक होगा।
उन्होंने कहा, “इस से हम यह पैग़ाम भेजेंगे कि हम भारतीय, विदेशी ताक़तों को भारत के अमन और इत्तेहाद को कमजोर करने नहीं देंगे।”
ओवैसी ने आगाह किया कि इस हमले के बाद कुछ शरारती तत्व कश्मीरी मुसलमानों को निशाना बना सकते हैं, और ऐसे में हर भारतीय का फर्ज है कि वह एकजुट रहकर ऐसी चालों को नाकाम करे।
‘आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता’
AIMIM प्रमुख ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद किसी एक धर्म या समुदाय का प्रतिनिधि नहीं होता। इसका उद्देश्य सिर्फ देश को बांटना, लोगों के बीच नफरत फैलाना और सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करना होता है। उन्होंने कहा कि भारत की बहुलतावादी संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्य ही हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं।
पहलगाम हमला: अब तक 26 की मौत, 17 घायल
यह बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में अब तक 26 निर्दोष लोगों की मौत हो चुकी है और 17 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। हमले में आतंकी कथित तौर पर लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बना रहे थे। यह हमला देश भर में आक्रोश और चिंता का विषय बना हुआ है।
शांति, सौहार्द और एकजुटता की ज़रूरत
ओवैसी ने अपने संबोधन में सभी भारतीयों से अपील की कि वे किसी भी तरह की सांप्रदायिक उकसावे की राजनीति से दूर रहें और शांति तथा भाईचारे का माहौल बनाए रखें। उन्होंने कहा, “देश को जोड़ना है, तो हमें मिलकर आगे आना होगा। आतंकवाद को हराना है, तो हमें मोहब्बत से जवाब देना होगा।”