
(शाह टाइम्स) कंपनी में निवेश के नाम पर उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में करोड़ों की ठगी का जिस दिन से मामला सामने आया है पूरे क्षेत्र में हड़कंप सा मचा हुआ है। सेवानिवृत प्रधानाचार्य की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निवेश के नाम पर दिया झांसा
इसी बीच तुषार ने साझे में व्यापार करने का झांसा दिया। जिसके बाद गगन ने तुषार के साथ गुरुग्राम में प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। आरोप है कि निवेश के नाम पर आरोपी ने अलग-अलग समय पर करीब 80 लाख रुपये उनसे ले लिए। शुरूआत में कुछ रुपये वापस भी हुए लेकिन जब आरोपी बार-बार निवेश कराता रहा तो उस पर शक हुआ। इस पर उसने पिता से मिलने की बात कही। वह टालमटोल करने लगा। बाद में आरोपी गायब हो गया। पुलिस ने आरोपी तुषार और उसके परिजनों के खिलाफ शहर थाना यमुनानगर में केस दर्ज कर लिया है। एसएचओ नरेंद्र सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद आगे की उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुज़फ्फरनगर में भी हुए लोग बड़ी ठगी का शिकार
मुजफ्फरनगर के गांव घासीपुरा के लविश चौधरी ने फॉरेक्स ट्रेडिंग में ठगी का बड़ा मामला बनाया एक व्यक्ति के आवास पर छापा लगा है वह मुज़फ्फरनगर निवासी एक एनआरआई का एजेंट बताया जाता है और वह दुबई में बैठकर पैसा दुगना करने का लालच देकर करोड़ों रुपये इकट्ठे कर रहा है। टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर करीब 12 घंटे तक पूछताछ की और तड़के चार बजे टीम दो बड़े बैग लेकर वापस चली गयी। बताया जाता है कि आरोपी के पास से 94 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
गिरफ़्तारी के शिकंजे से नहीं बच सकगे आरोपी
मुज़फ्फरनगर में हुई ठगी के सिकंजे से आरोपी बच नहीं पायगे शहर में दहसत का माहौल है कई इन्वेस्टर्स के माकन तक बिक गए और कुछ लोगो की जमा पूंजी चली गई जिससे भोले भले लोगो की पेरशानी काफी जायदा बढ़ गई है पैसा लगवाने वाले दलाल अपने घरो से फरार हैं जिनहोने लोगो से ये वादा किया था की आपकी पूंजी सुरक्षित है और ऐसी ही झूटी बाते बना कर उन्हें फसाया था अब आम जनता करे भी तो क्या
ईडी की रडार पर है लविश चौधरी
आपको बता दें कि जबसे मामले का खुलासा हुआ है तबसे अब तक जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय ने कई जगह छाप्पेमारी कर करोड़ों के हेरफेर का खुलासा किया है। अगर बात करें मामले के मुख्य सरगना लविश चौधरी की तो लविश पर ईडी पहले ही सख्त रवैया अपना चुकी है और इस समय लविश के गुर्गे ईडी की रडार पर हैं। इस मामले में ईडी कभी भी इंटरपोल को अप्रोच कर सकती है। ऐसे में कहीं ना कहीं खतरा यह भी है कि मुख्य सरगना लविश चौधरी दुबई छोड़ कर किसी ऐसे देश ना भाग जाये जहां से उसे भारत में डोपोट करवाना मुश्किल हो जाये।