
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग – क्या है पूरा मामला?
बीजेपी एमएलसी मोहित बेनीवाल ने CM योगी से की मुलाकात
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ में नाम बदलने की वकालत
विपक्ष का विरोध – सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने बताया ‘बीजेपी का जुमला’
क्या मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मी नगर’ रखा जाएगा?
उत्तर प्रदेश में एक और जिले के नाम बदलने की मांग तेज हो गई है। बीजेपी एमएलसी मोहित बेनीवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर मुजफ्फरनगर का नाम ‘लक्ष्मी नगर’ करने का अनुरोध किया। इस पर सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने इसे ‘बीजेपी का जुमला’ बताया। पढ़ें पूरी खबर।
मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मी नगर’ होगा? | CM योगी से मिले BJP उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल
मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग – क्या है पूरा मामला?
Muzaffarnagar,(Shah Times)।उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का नाम बदलने की मांग फिर से चर्चा में है। यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष और एमएलसी मोहित बेनीवाल ने विधान परिषद में इस मुद्दे को उठाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। उन्होंने ‘मुजफ्फरनगर’ का नाम बदलकर ‘लक्ष्मी नगर’ करने की मांग की है।
बीजेपी एमएलसी मोहित बेनीवाल ने CM योगी से की मुलाकात
मोहित बेनीवाल का कहना है कि यह केवल नाम बदलने की मांग नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता और ऐतिहासिक तथ्यों को पुनर्स्थापित करने की प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में स्थित शुक्रताल तीर्थस्थल ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है, जहां ऋषि सुकदेव ने महाराजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत कथा सुनाई थी। बावजूद इसके, इस जिले का नाम एक मुगल जागीरदार मुजफ्फर खान के नाम पर रखा गया, जो ऐतिहासिक रूप से अनुचित है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संदर्भ में नाम बदलने की वकालत
उत्तर प्रदेश सरकार के अभिलेखों के अनुसार, मुजफ्फरनगर जिले की स्थापना 1633 में मुगल सम्राट शाहजहां के शासनकाल में हुई थी। इसे सैयद मुजफ्फर खान के बेटे मुनव्वर लश्कर खान ने स्थापित किया था। बीजेपी नेता इस जिले का नाम बदलकर भारतीय संस्कृति के अनुरूप रखना चाहते हैं, जैसा कि पहले इलाहाबाद (प्रयागराज) और फैजाबाद (अयोध्या) के मामले में किया गया था।
विपक्ष का विरोध – सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने बताया ‘बीजेपी का जुमला’
इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे बीजेपी का एक और राजनीतिक स्टंट बताया और कहा कि भाजपा जनता को असली मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसे कदम उठाती है। हरेंद्र मलिक ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता संजीव बालियान को हराया था।
क्या मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर ‘लक्ष्मी नगर’ रखा जाएगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी सरकार इस मांग पर क्या निर्णय लेती है। हाल के वर्षों में यूपी में कई शहरों और जिलों के नाम बदले गए हैं, जिससे इस मांग को बल मिला है। यदि सरकार इस पर सहमति जताती है, तो मुजफ्फरनगर का नाम ‘लक्ष्मी नगर’ किए जाने की संभावना प्रबल हो सकती है।
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