
बारासात (Shah Times) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली की कुछ ‘प्रताड़ित’ महिलाओं से बातचीत की और उनकी शिकायतें दूर करने का आश्वासन दिया।
पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। लोकसभा सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (भााजपा) की महिला मोर्चा की नेता लॉकेट चटर्जी को पार्टी ने कुछ महिलाओं को लाने के लिए कहा था, जो एक रैली में मोदी को सुनने के वास्ते संदेशखाली से बारासात कचहरी मैदान में आई थीं। रैली के बाद में महिलाओं ने एक कमरे में प्रधानमंत्री से बातचीत की और अपनी आपबीती से उन्हें अवगत कराया।
एक महिला ने एक निजी टीवी चैनल को बताया, “ मोदी ने उनकी बात बहुत धैर्य से सुनी और पूछा कि संदेशखली में उन पर हुए हमले में कौन-कौन लोग शामिल थे।” उन्होंने संदेशखाली में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की मांग की थी। पीड़ित महिलाओं ने कहा कि उनका राज्य पुलिस पर से विश्वास उठ गया है।पीड़ित महिलाओं ने कहा कि श्री मोदी ने उनसे कहा कि ‘वे पहले ही अपनी रक्षा करना सीख चुकी हैं।’ पीड़ित महिला की पहचान उजागर नहीं की गई है। उन्होंने कहा,“हां, राज्य पुलिस के असहयोग के बाद हमने अब खुद का बचाव करना सीख लिया है।”महिलाओं ने कहा,“हमने मोदी को अपने गांवों, नामों और पतों के बारे में बताया तथा उन्हें हमें बचाने की अपील की है।
”नरेंद्र मोदी यहां नारी शक्ति अभियान की एक रैली को संबोधित करने आए थे, जिसमें उमड़ी भीड़ में करीब 85 प्रतिशत महिलाएं थीं।भाजपा की महिला शाखा ने रैली का आयोजन किया था और संदेशखाली से कई महिलाओं को बसों में लाने की व्यवस्था की थी।
गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न और आदिवासी लोगों की जमीन हड़पने के कारण हुई हिंसा तथा हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हुए हमले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच का आदेश दिया। अदालत ने राज्य पुलिस से इस संबंध में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस नेता और मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को भी सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। पीठ ने उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की एकल-न्यायाधीश पीठ द्वारा आदेशित विशेष जांच दल को भी भंग कर दिया।