राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को बताया मोदी मीडिया पोल

राहुल गांधी शाह टाइम्स
Rahul Gandhi Shah Times

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का दावा है कि चार जून को सामने आ रहे चुनाव परिणाम इंडिया समूह 295 सीट जीत रहा है।

नई दिल्ली,(Shah Times) । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को ‘कोरी कल्पना’ करार देते हुए कहा है कि इस पोल में सच्चाई नहीं है और यह ‘मोदी मीडिया’ का काल्पनिक पोल है।कांग्रेस नेता ने कहा कि यह एग्जिट पोल नहीं बल्कि मोदी मीडिया पोल है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

  राहुल गांधी का दावा है कि चार जून को सामने आ रहे चुनाव परिणाम इंडिया समूह 295 सीट जीत रहा है।

राहुल गांधी ने कहा,“इसका नाम एग्ज़िट पोल नहीं मोदी मीडिया पोल है। ये मोदी जी का पोल है। ये फंतासी अटकलें हैं। सिद्धू मूसेवाला का गाना सुना है आपने, 295, हम 295 सीट जीत रहे हैं।”

वही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने एग्जिट पोल को टीआरपी का खेल करार दिया है और कहा कि 04 जून को नतीजा आ जायेगा, तो सब साफ हो जाएगा।श्री बघेल ने में छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिलने के सवाल पर कहा कि अभी तो सब कयास लगा रहे, अनुमान लगा रहे है, सारा खेल टीआरपी का है। चैनलों को करने दीजिए, दो दिन तो उनको अनुमान लगाने दीजिए। चार जून को नतीजा आ ही जाएगा। उन्होने कहा कि भजपा से ज्यादा सीट हम जीत रहे हैं।श्री बघेल ने कहा कि जो नेशनल मीडिया है इन सभी में समानता है। सभी ने एग्जिट पोल तमिलनाडु से शुरू किया फिर केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना को दिखाया। इनके द्वारा तीन से चार जो सर्वे किए गए हैं उसी आधार पर चैनलों में सारी डिबेट हो रही है। सारा खेल टीआरपी का है। चार जून को दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक तरफ गर्मी से लोग परेशान हैं, दूसरे तरफ बिजली कटौती और तीसरे जले पर नमक छिड़कने का काम जो किया गया है वह है बिजली दर में वृद्धि। जीरो पावर कट स्टेट होने के बाद भी बिजली कटौती हो रही है।श्री बघेल ने बिजली दर में वृद्धि को छत्तीसगढ़वासियों के जले पर नमक छिड़कने जैसा बताया है। उन्होंने कहा कि पांच साल तक हमने अपने शासनकाल में बिजली दर नहीं बढ़ाया। बिजली बिल हाफ योजना का लाभ सभी परिवार को मिल रहा था। हमारे शासनकाल में बिजली कटौती नहीं होती थी। उन्होंने बताया कि भाजपा की पिछली सरकार में बिजली की खपत तो 3600 से 4100 मेगावाट के बीच रहती थी, लेकिन हमारे शासनकाल में 5100 से 5300 मेगावाट से ऊपर बिजली की खपत हो रही थी। पिछले पांच से छह महीने से बिजली कटौती बहुत हो रही है। राजधानी में बिजली कटौती हो रही है। शहरों में जब रात में बिजली कट रही है तो ग्रामीण क्षेत्र का अंदाजा लगा सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here