
वंदे भारत के स्लीपर कोच की डिज़ायन मौजूदा ट्रेनों के डिज़ायन से एकदम भिन्न है और इसमें अधिक आरामदेह सीटों के साथ साथ कई सुविधाएं भी दी जाएंगीं
दिल्ली । वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सफलता के बाद भारतीय रेलवे अब गरीब यात्रियों के लिए ‘वंदे भारत साधारण’ (Vande Bharat sadharan) गाड़ी बना रही है जो गैरवातानुकूलित श्रेणी (Non-air-conditioned category) की गाड़ी होगी। सूत्रों के अनुसार चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्टरी (Integral Coach Factory) में वंदे भारत के इस संस्करण पर काम शुरू हो गया है और जनवरी तक इस संस्करण के पटरी पर उतरने की संभावना है। यह गाड़ी कुर्सीयान वाली होगी और बाद में शयनयान वाली भी बनेगी। इसमें स्वाभाविक रूप से कम किराया लिया जाएगा। रेलवे का इरादा है कि पुराने डिब्बे जोड़ कर बनने वाले रैक वाली गाड़ियों की जगह ट्रेनसेट को लाया जाये।
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शयनयान वाली वंदे भारत एक्सप्रेस बनाने के लिए टिटलागढ़ सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड एवं भारत हैवी इलैक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने काम शुरू दिया है। इसकी शुरुआती डिज़ायन बन कर रेल मंत्रालय में स्वीकृति के लिए आयी है। वंदे भारत के स्लीपर कोच की डिज़ायन मौजूदा ट्रेनों के डिज़ायन से एकदम भिन्न है और इसमें अधिक आरामदेह सीटों के साथ साथ कई सुविधाएं भी दी जाएंगीं।
मौजूदा कुर्सीयान वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के उन्नयन एवं विविधीकरण की दिशा में एक और अहम कदम उठाते हुए रेलवे ने उसके रंग और डिज़ायन में कुछ बदलाव किये हैं। केसरिया एवं चाॅकलेटी रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस में शौचालय में लाइटिंग एवं वाश बेसिन में कुछ परिवर्तन किये गये हैं। एग्ज़ीक्यूटिव श्रेणी की सीटों में फुट रेस्ट एवं सीटों के पीछे झुकाने के कोण में बदलाव किया गया है ताकि यात्री अधिक आराम महसूस करे। विद्युत पारेषण के लिए पेंटोग्राफ अधिक ऊंचाई वाले ओएचई के लिए अनुकूल बनाया गया है।