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महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। 45 दिनों तक चले आयोजन में करीब 66 करोड़ लोग संगम नगरी पहुंचे। प्रयागराज महाकुंभ मेले में पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई। इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान सामने आया है।
प्रयागराज (शाह टाइम्स) उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 का समापन हो गया है। 45 दिनों तक चले मेले के दौरान देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे। श्रद्धालुओं को संगम नगरी तक लाने और ले जाने में रेलवे ने बड़ी भूमिका निभाई। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ 2025 के समापन के बाद वापस लौटने वाले श्रद्धालुओं और संतों को ले जाने की स्थिति का जायजा लिया।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन का दौरा करने पहुंचे रेल मंत्री।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन के दौरे के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे सुरक्षा बल के जवानों, रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रेलवे की ओर से की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। रेलवे ने भी अपेक्षा से अधिक प्रदर्शन किया।
4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाया
रेल मंत्री ने कहा कि महाकुंभ के लिए 13,000 ट्रेनों की योजना बनाई गई थी, लेकिन बेहतर समन्वय के कारण 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया। इससे करीब 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि पूरे आयोजन के 45 दिनों के दौरान रेलवे ने सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं को रखरखाव संबंधी किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
आस्था को समझते हुए दी जाए सुविधाएं
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को सिर्फ भीड़ के तौर पर न देखा जाए, बल्कि उनकी आस्था को समझते हुए सुविधाएं दी जाएं। इसी दृष्टिकोण को अपनाते हुए रेलवे ने बेहतर सेवाएं दीं। उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ के दौरान की गई व्यवस्थाओं का विश्लेषण कर रेलवे संचालन नियमों में स्थाई बदलाव किए जाएंगे, ताकि यात्रियों को भविष्य में भी बेहतर अनुभव मिल सके।
रेल मंत्री यह कहते आए नजर
रेल मंत्री के इस दौरे के दौरान रेलवे अधिकारियों ने महाकुंभ के लिए किए गए विशेष इंतजामों की जानकारी दी और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए आगे की योजनाओं पर चर्चा की। महाकुंभ को ऐसे बड़े आयोजनों के लिए रेलवे की तैयारियों को बेहतर बनाने के लिए एक अध्ययन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। रेल मंत्री यह कहते नजर आए।