“अंग्रेजों ने दंड देने को कानून बनाए थे, हम न्याय देने को बना रहे”
मौ. फहीम ‘तन्हा’
देहरादून।
संसद (Parliament)का मॉनसून सत्र(monsoon session) चल रहा है। उत्तराखंड (Uttarakhand)से एक राज्यसभा सांसद (Rajya Sabha MP)ने संसद (Parliament)में मांग उठाई है कि संविधान से इंडिया (India)शब्द को हटाना चाहिए। इस बार की खास मुलाकात हम कर रहे हैं, उत्तराखंड(Uttarakhand) से राज्यसभा (Rajya Sabha MP)के सांसद नरेश बंसल (MP Naresh Bansal)से, जिनको हाल ही में बीजेपी का राष्ट्रीय सहकोषाध्यक्ष(National co-treasurer of BJP) भी बनाया गया है।
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प्रश्न.1- आपने संसद में मांग उठाई है कि संविधान से ‘इंडिया’ शब्द को हटाया जाए, क्या उद्देश्य है आपका?
उत्तर- देश में आजादी के बाद जन्म लेने वाले लोग चाहते हैं कि देश अगले 25 वर्षों में विश्व का अग्रणी और विकसित देश बने। इसके लिए देशभक्ति की भावना से सभी लोग जुटें। प्रधानमंत्री (Primeminister)ने पांच प्रण लेने के लिए कहा था, उसमें गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलना भी था। इसलिए ये अंग्रेजों का दिया हुआ ‘इंडिया'(INDIA) नाम हटाकर ‘भारत’ ही रखना चाहिए। आपने देखा है कि अभी अंग्रेजों के बनाए हुए आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट को भी सरकार ने निरस्त किया है।
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प्रश्न.2- सरकार (Government)ने आईपीसी(IPC), सीआरपीसी (CRPC)तथा एविडेंस एक्ट (evidence act)को हटाकर नए कानून ला रही है, क्या दिक्कत थी पुराने कानूनों में?
उत्तर- पुराने कानून(Law) अंग्रेजों ने हम पर हुकुमत करने को अपनी सुविधा के लिए बनाए थे। हमको (जनता को) दंडित करने के लिए बनाए गए थे। हमने जो कानून (Law)बनाए हैं वो जनता को न्याय देने के लिए बनाए हैं, सरलीकरण किया है, धाराएं कम की हैं। सख्त कानून है लेकिन जल्दी न्याय मिले ये ध्यान रखा गया है।
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प्रश्न.3- विपक्ष कह रहा है कि बीजेपी (BJP)नफरत की राजनीति कर रही है, कई अलग-अलग बयान आ रहे हैं?
उत्तर- केवल बीजेपी (BJP)ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सबको साथ लेकर चलने की बात करती है। सबका साथ-सबका विश्वास, ये भारतीय जनता पार्टी की नीति और नीयत है, इसी को लेकर पार्टी के नेता आगे चलते हैं। बाकि सब फूट डालो राज करो की नीति पर चलते हैं। हम तुष्टिकरण किसी का नहीं, संतुष्टि करण सबका ये सूत्र लेकर चलते हैं।
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प्रश्न.4- मणिपुर(Manipur) को लेकर विपक्ष ने सरकार पर अनदेखी के तमाम आरोप लगाए हैं, आपका क्या कहना है इस पर?
उत्तर- देखिए, मणिपुर की घटना शर्मनाक है, 140 करोड़ देशवासी शर्मसार हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। मणिपुर का पुराना इतिहास है, जो बोल रहे हैं, उनकी सरकारों में मणिपुर और नॉर्थ ईस्ट जलता रहा है, अब तो हम मणिपुर को विकास की धारा में लेकर आएं हैं। ये ठीक है कि कुछ राजनीतिक षडयंत्र भी होंगे, अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र भी होंगे, उसके बीच में घटना हो गई। लेकिन हम तो संसद में चर्चा चाहते थे लेकिन विपक्ष केवल राजनीति करता है, चर्चा से भागता रहा।
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प्रश्न.5- दिल्ली (Delhi)सेवा बिल अध्यादेश को लेकर विपक्ष विरोध कर रहा है, कई बातें कही जा रही हैं?
उत्तर- दिल्ली पर भ्रम फैलाया जा रहा है, क्योंकि दिल्ली(Delhi) को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं है। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया तो केजरीवाल जी ने तमाम घोटालों की विजिलेंस से फाइलें मनमानी और गायब करना शुरू कर दीं। इसलिए फिर अध्यादेश और बिल को लाना पड़ा। उसमें कुछ नया नहीं बनाया गया है बस लिखित में स्पष्टीकरण किया गया है जो कि केंद्र की शक्तियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है।
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प्रश्न.6- राज्यसभा(Rajya Sabha ) में कला, संस्कृति व साहित्य क्षेत्र के सदस्य भी होते हैं, आप उन सदस्यों और अपने जैसे राजनीतिक सदस्यों में किस प्रकार का अंतर पाते हैं सदन के भीतर?
उत्तर- देखिए आप जानते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिनिधि होते हैं राज्यसभा में, तो सब अपने-अपने राज्य के संदर्भ में विषय उठाते हैं। लेकिन सब में एकात्म का बोध होता है, भारत माता को सब मानते हैं, राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अलग है लेकिन सब एक हैं।
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प्रश्न.7- कला, संस्कृति के क्षेत्र के किसी सदस्य की बात यादगार के तौर पर है जो आपको रोचक लगी हो?
उत्तर- मेरे साथ में सब अच्छा है, साउथ के कलाकार हैं, के. लक्ष्मण हैं, कुछ अन्य भी हैं। हमारी बात होती है, अच्छा लगता है सबसे बात करके।
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प्रश्न.8- क्या उन कलाकार सदस्यों से आपकी उत्तराखंड (Uttarakhand)को लेकर बात होती है, फिल्म निर्माण का आकर्षण है या अन्य विषयों को लेकर?
उत्तर- बिल्कुल बात होती है, सब में खूब आकर्षण है उत्तराखंड(Uttarakhand) को लेकर। उत्तराखंड की पवित्रता, संस्कृति, राज्य की आपदा, फिल्म प्रोडक्शन को लेकर सदन के बाहर भी बातें होती हैं।
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प्रश्न.9- आप अभी हाल ही में बीजेपी (BJP)के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष बने हैं, किस रूप में देखते हैं इस जिम्मेदारी को, क्या तय किया है पार्टी ने?
उत्तर- देखिए, मैं तो पार्टी का कार्यकर्ता हूँ, पार्टी का ही कार्य करता आया हूं। पार्टी जब जो भी जिम्मेदारी देती है उसका पूर्ण क्षमता, योग्यता, ताकत परिश्रम से पूर्ण करना चाहिए, मैं ये मानता हूं। यही मानकर मैंने पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया है जिम्मेदारी देने और विश्वास व्यक्त करने के लिए।
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प्रश्न.10- राज्य में इस बार बारिश से बहुत नुकसान हो रहा है, आपदा के हालात हैं, भारत सरकार(Indian Government) से मदद के किस प्रकार के प्रयास हैं?
उत्तर- जबसे डबल इंजन की सरकार है तब से राज्य की कोई भी आवश्यकता है चाहे वो आपदा के कारण हो राहत हो या अन्य विषयों को लेकर, तो केंद्र ने तत्परता से हमारी मदद की है। एनडीआरएफ हो या आपदा राहत राशि के रूप में, लेकिन हर प्रकार से मदद की है और राज्य में मुख्यमंत्री ने उसको इंप्लीमेंट करते हुए मॉनिटरिंग की है। मुख्यमंत्री केंद्रीय नेताओं से बराबर मिलते रहे हैं और उसका परिणाम होता है कि केंद्र से हमको तुरंत सहायता मिलती है।
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