
इन बरामदी वस्तुओं में स्टेयर एयूजी राइफल भी शामिल है, जो खासकर चिंता का कारण बन रही है।
~Tanu
(शाह टाइम्स)। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में गुरुवार, 18 जुलाई को हुई मुठभेड़ में सेना के जवानों ने आतंकियों से ऑस्ट्रिया में बनी स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल को बरामद किया है। इस घटना से सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं।
सूत्रों के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार, गोला-बारूद, युद्ध सामग्री और एक पाकिस्तानी पहचान पत्र बरामद किया गया है। इन बरामदी वस्तुओं में स्टेयर एयूजी राइफल भी शामिल है, जो खासकर चिंता का कारण बन रही है।
आतंकवादी करते हैं अमेरिका निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफलों का उपयोग
आतंकवादी पहले से ही अमेरिका द्वारा निर्मित एम-4 कार्बाइन राइफलों का उपयोग कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र और कश्मीर दोनों में मारे गए आतंकवादियों से इन राइफलों को भी बरामद किया था। एक सुरक्षा अधिकारी ने व्यक्त किया कि, “एम-4 का उपयोग ज्यादातर शीर्ष कमांडरों और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किया जाता है।” उन्होंने बताया कि ये राइफलें अत्यंत एडवांस्ड होती हैं और इनमें रात्रि में देखने वाले उपकरण भी होते हैं।
पूर्व जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख एसपी वैद ने बताया कि “पाकिस्तान की आईएसआई को नार्कोटिक्स व्यापार से बहुत धन प्राप्त होता है। वे इस धन का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में हथियारों की खरीदारी के लिए कर रहे हैं।”
इसके अलावा, गुरुवार को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया था। सेना ने इन आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया था।
इसलिए खतरनाक हैं स्टेयर एयूजी?
स्टेयर एयूजी को एक मॉड्यूलर हथियार प्रणाली के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसे तेजी से एक असॉल्ट राइफल, एक कार्बाइन, एक सबमशीन गन और एक ओपन-बोल्ट लाइट मशीन गन में कॉन्फ़िगर किया जा सकता है।