
जल्द ही दूध का दूध-पानी का पानी लोगों के सामने होगा:मुस्तफा
📍शाह टाइम्स संवाददाता
चिलकाना।जिंदगी मेंं इंसान के साथ बहुत उतार चढ़ाव आते हैं लेकिन कभी कभी ऐसे हालात का सामना करना पड़ता है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है ऐसे ही दौर से सहारनपुर के सरसावा क्षेत्र के गांव हरडाखेडी निवासी पूर्व आईपीएस मौहम्मद मुस्तफा सहित उनके परिवार के साथ हो रहा है जवान बेटा बाप के कंधों पर जाना जीवन का सबसे बड़ा दुख होता है लेकिन ऊपर वाले के सामने सब लोग लाचार है बेटा भी चला गया और दुनिया के सामने मां बाप को अपराधी बनाकर पेश किया जा रहा है इस पूरे प्रकरण पर पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना और पूर्व डीजीपी मौहम्मद मुस्तफा के इकलौते बेटे आकिल अख्तर, जिनकी बीते गुरुवार को अचानक मौत हो गई। उनके परिवार के खिलाफ गंदे विचारों और घटिया राजनीति करने वाले व्यक्ति की शिकायत पर पंचकुला पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
इस संबंध में पूर्व डीजीपी मौहम्मद मुस्तफा ने बयान जारी कर कहा है कि कानून और पुलिस नियमों के मुताबिक अगर पुलिस को किसी मामले में लिखित शिकायत मिलती है तो उस शिकायत पर एफआईआर दर्ज करना पुलिस का कर्तव्य बनता है। पंचकुला पुलिस ने इसी कर्तव्य का पालन किया है और मैं इसका स्वागत करता हूं। मुस्तफा ने आगे स्पष्ट किया कि इस मामले मेंं एफआईआर दर्ज होने का मतलब यह नहीं है कि कोई दोषी साबित हो गया है। अब एफआईआर दर्ज होने के बाद असली कार्रवाई शुरू होगी और कुछ ही दिनों में दूध का दूध-पानी का पानी लोगों के सामने होगा।
उन्होंने मालेरकोटला के निवासियों और पंजाब भर सहित सहारनपुर जनपद में अपने चाहने वालों और हमदर्दों से अपील की कि उन्हें एफआईआर दर्ज होने के बारे में बिल्कुल भी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। यह सच है कि जवान बेटे की मौत से हम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम गंदी राजनीति और तुच्छ विचारों वाले लोगों का मुकाबला नहीं कर सकते। कानून का शिकंजा अब किस तरफ जाएगा, यह भी जल्द ही लोगों के सामने आ जाएगा। मौहम्मद मुस्तफा ने कहा कि झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करवाने वाले लोगों को भी कानून का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा
उन्होंने मालेरकोटला हाउस के चाहने वालों और दूसरी पार्टियों में भी अच्छी सोच रखने वाले लोगों से गुज़ारिश है कि, मरहूम आकिल अख्तर की मग़फिरत के लिए शनिवार 25 अक्टूबर 2025 को शाम 4 बजे मलेरकोटला हाउस में, ‘इज्जतमाई दुआ’ रखी गई है। इस इज्ज़तमई दुआ में शामिल होने की पुरजोर गुज़ारिश है।
पूर्व डीजीपी मौहम्मद मुस्तफा प्रकरण में बेहद अफसोस और दुख है ऐसा लगता है काम में व्यस्त होने के कारण मौहम्मद मुस्तफा अपने परिवार को समय नहीं दे पाया जिसके कारण बेटा रास्ता भटक गया साइकाट्रिक हो गया साइट्रिक आदमी कुछ भी कह सकता है उसे यह पता नहीं रहता मैं क्या बोल रहा हूं अभी कुछ बोलेगा थोड़ी देर में कुछ और बोलेगा इससे लगता है यह परिवार यही भोग रहा है जनपद नहीं दूर-दूर के लोग इस परिवार की राजनीतिक सरकारी सामाजिक हैसियत को अच्छी तरह जानते हैं ।
अफसोस इस बात का है व्यसतता के कारण मौहम्मद मुस्तफा परिवार पर ध्यान नहीं दे पाए और बेटा गलत राह पर चला गया जो आरोप अब मौहम्मद मुस्तफा परिवार पर लग रहे बिल्कुल निराधार लगते हैं गांव में कहावत है जब किसी की गाड़ी फंस जाती है जिनको लेट्रिन करके उठाना नहीं आता वह भी बोलने लगते हैं संकट की इस घड़ी में इस परिवार का साथ दिया जाना चाहिए कुछ लोगों ने अपने बच्चों की नौकरी के लिए मौहम्मद मुस्तफा से चाहा होगा लेकिन हर चीज की एक लिमिट होती है नहीं लगवा पाया होगा ऐसे लोग ज्यादा बोलेंगे भगवान इस परिवार के साथ न्याय करें इस संकट की घड़ी में उन्हें ताकत दे मजाक तो कोई भी उड़ा सकता है लेकिन बनाने की बात बहुत कम लोग करते हैं। इस मामले पर कोई भी टिका टिप्पणी नहीं करनी चाहिए और हो रही जांच का इंतजार करना चाहिए उसके बाद ही सबकुछ साफ हो जाएगा।






