
Dr. BVRC Purushotham, Chief Electoral Officer
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शनिवार शाम दी जानकारी राज्य में मतदान प्रतिशत को लेकर फाइनल फीगर स्पष्ट नहीं
देहरादून/Mohd Faheem ‘Tanha'(ShahTimes) । राज्य में पांचों सीटों पर लोकसभा चुनाव में मतदान शनिवार की शाम तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 55.89 प्रतिशत मतदान हुआ है। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि राज्य की 05 लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। सभी पोलिंग पार्टियों के पहुंचने और स्क्रूटनी के बाद मतदान प्रतिशत का पूरा आंकड़ा प्राप्त हो जायेगा। अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा लोक सभा सीट पर 46.94 प्रतिशत, गढ़वाल लोक सभा सीट पर 50.84 प्रतिशत, हरिद्वार लोकसभा सीट पर 63.50 प्रतिशत नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर 61.35 और टिहरी गढ़वाल सीट पर 52.57 प्रतिशत मतदान हुआ है।
मतगणना तक प्राप्त सर्विस वोट होंगे शामिल
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि 27 हजार 139 मतदान कार्मिकों और पुलिस कार्मिकों द्वारा पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया गया है। उन्होंने कहा कि 12 हजार 670 ऐसे मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान किया है, जो 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता, दिव्यांग मतदाता और आवश्यक सेवा वाले विभागों से जुड़े कार्मिक हैं। राज्य में 93 हजार 187 सर्विस वोटर भी हैं। जिन सर्विस वोटरों के मतगणना दिवस तक प्रातः 08 बजे तक डाक मतपत्र आरओ तक पहुंच जायेंगे, उन सभी को मतगणना में शामिल किया जायेगा। अभी तक 3377 सर्विस वोटरों के डाक मतपत्र संबंधित जिला मुख्यालयों तक पहुंच चुके हैं।
गर्मी व शादियों के कारण मतदान कमः डॉ. पुरुषोत्तम
राज्य में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में चुनाव आयोग के अधिकारियों द्वारा व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया था, लेकिन 19 अप्रैल को हुआ मतदान का प्रतिशत वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में हुए मतदान से भी कम रहा है। इस पर टिप्पणी करते हुए उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने इसकी बड़ी वजह विवाह आयोजनों व गर्मी को बताया है।
“मुझे लगता है कि मतदान प्रतिशत कम होने का मुख्य कारण इस समय विवाह आयोजनों का होना और मैदानी क्षेत्रों में तेज गर्मी रहा है। ये चुनाव है और मतदान प्रतिशत कम ज्यादा होता रहता है, आगे इसे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।” :
डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम, मुख्य निर्वाचन अधिकारी