
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 262.6 अंक यानी 1.4 प्रतिशत मजबूत होकर 18826 अंक पर रहा।
मुंबई। महंगाई में कमी आने और औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों के मजबूत रहने से बीते सप्ताह एक प्रतिशत से अधिक की छलांग लगा चुके घरेलू शेयर बाजार (Domestic Stock Market) की अगले सप्ताह चाल निर्धारित करने में वैश्विक घटनाक्रम के साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के रुख, कच्चा तेल और डॉलर सूचकांक की अहम भूमिका रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 758.95 अंक अर्थात 1.2 प्रतिशत की तेजी लेकर सप्ताहांत पर 63384.58 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 262.6 अंक यानी 1.4 प्रतिशत मजबूत होकर 18826 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों के मुकाबले बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में अधिक लिवाली हुई। इससे मिडकैप 813.13 अंक की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 28331.32 अंक और स्मॉलकैप 900.2 अंक की उड़ान भरकर 32292.19 अंक पर पहुंच गया।
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विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू और वैश्विक दोनों बाजार में बीते सप्ताह आर्थिक आंकड़ों की भरमार रही। उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों के निरंतर प्रवाह ने घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक भावनाओं को बनाए रखने में मदद की। विशेष रूप से खुदरा महंगाई (CPI), थोक महंगाई (WPI) और औद्योगिक उत्पादन (IIP) आंकड़ों ने निवेशकों की आशाएं बढ़ाने में योगदान दिया। मुख्य रूप से खाद्य मुद्रास्फीति में नरमी और अनुकूल आधार के कारण घरेलू सीपीआई आंकड़ा रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा निर्धारित लक्ष्य के करीब पहुंच गया, जिससे वर्ष समाप्त होने से पहले नीतिगत दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई।
मिडकैप और स्मॉलकैप ने दिग्गज कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी मिडकैप सूचकांक अब तक के उच्च स्तर पर कारोबार कर रहा है। हालांकि वैश्विक बाजार में फेड रिजर्व की टिप्पणियों के कारण भविष्य में ब्याज दर में वृद्धि के संकेत ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। उम्मीद से बेहतर खुदरा बिक्री से आशावाद को और बढ़ावा मिला, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है।
अगले सप्ताह रूस-यूक्रेन संकट का असर बाजार पर देखा जा सकेगा। साथ ही अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में रुपये के प्रदर्शन और एफआईआई और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) की लिवाली की भी अहम भूमिका रहेगी। एफआईआई जून में अबतक 6,886.77 करोड़ रुपये के लिवाल रहे वहीं डीआईआई का कुल निवेश 4,329.75 करोड़ रुपये रहा।