क्या एक बार फिर मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया बदल सकते है अपना सियासी आशियाना क्या हो सकती है घर वापसी ?
नई दिल्ली,(तौसीफ़ कुरेशी)।मध्य प्रदेश की सियासी फिज़ा सिंधिया परिवार के चश्मो चिराग़ के लिए ठीक नहीं है क्या एक बार फिर मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया बदल सकते है अपना सियासी आशियाना क्या हो सकती है घर वापसी ?
मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होने है और अभी तक जो सर्वे सामने आए हैं, उसमें मोदी की भाजपा की सरकार जाती दिख रही है। ऐसा में मध्यप्रदेश में एक बार सत्ता के लिए कांग्रेस को धोखा देकर मोदी की भाजपा में शामिल होने वाले एक बार फिर कांग्रेस में जाने का जुगाड लगा रहे हैं ऐसा सियासी गलियारों में चर्चा आम हो रही है हालांकि पार्टी ने ऐसे कमज़र्फो के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा रखा है क्योंकि ऐसे कमज़र्फ भरोसे के लायक नहीं होते फिर भाग जाएंगे ऐसा ही एक नेता पश्चिमी उत्तर प्रदेश एक जनपद का है जो हर चुनाव में पार्टी बदल कर चुनाव लडने का काम करता है अब उसकी हालत इतनी ख़राब हो गई है कि कोई भी सियासी दल उसको लेने को तैयार नहीं है होना भी यही चाहिए तब ही जाकर सियासत का ढसरा सुधर सकता है और आइडियोलॉजी मजबूत हो सकती हैं नहीं तो आज जो सियासत से आइडियोलॉजी खत्म हो गई है उसकी सबसे बड़ी वजह आया राम गया राम गंगा जाओ गंगा दास जमना जाओ जमना दास ऐसे कमज़र्फो का उनकी औकात बतानी होगी कि कोई भी व्यक्ति दल से बड़ा है न कि व्यक्ति लेकिन आज सियासत से आइडियोलॉजी खत्म हो गई है जिसकी वजह से सियासी दलों के साथ देश को भी नुकसान हो रहा है।
असल में संसद के विषेशसत्र के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया सोनिया गांधी के बगल में बैठे देखें गए जिसके बाद इस चर्चा में तेज़ी आ गई है। सियासत में सबकुछ संभव है इस लिए तरह तरह की चर्चाएं हो रही है क्या यह चर्चा सिर्फ चर्चा ही रह जाती हैं या यह चर्चा सच साबित होती हैं।