
नरौरा बैराज से गंगा में 31 हजार 900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे कछला में मीटर गेज बढ़कर 161.94 मीटर पर पहुंच गया। बिजनौर से 36,253 और हरिद्वार से 37032 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है
सहसवान। पहाड़ों और मैदानी क्षेत्र में हो रही बरसात के चलते गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। हालांकि अभी गंगा के जलस्तर में बहुत अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई है और गंगा अभी अपने घर में ही बह रही है। इसके चलते अभी कहीं भी फसलों को किसी प्रकार के नुकसान की आशंका नहीं बनी है। हालांकि ग्रामीण आशंकित होने लगे हैं कि यदि लगातार वर्षा हुई तो गंगा अपनी सीमा लांघ कर खेतिहर क्षेत्र में बहने लगेंगी और मक्का बाजरा आदि की फसलों को नुकसान होने की संभावना बन जाएगी। कुछेक निचले स्थानों पर खेतों में पानी भरने लगा है।
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रविवार को नरौरा बैराज से गंगा में 31 हजार 900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे कछला में मीटर गेज बढ़कर 161.94 मीटर पर पहुंच गया। बिजनौर (Bijnor) से 36,253 और हरिद्वार (Haridwar) से 37032 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे फिलहाल गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी बने रहने की संभावना जताई जा रही है। बता दे की गंगा में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ तहसील क्षेत्र में जमकर कहर बरपाती है। इससे न केवल तटवर्ती गांव के लोगों की फसलों को नुकसान होता है बल्कि उनकी कृषि भूमि भी कटकर गंगा में समा जाती है। आने वाले कुछ महीनों गंगा का जलस्तर किसानों की मुसीबत बढ़ाता रहेगा। ग्राम परोटी में भारी बारिश के चलते जलबराव से ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना पड़ रहा है ।
संवाददाता डाo राशिद अली खान सहसवान बदायूं