
अमेरिका के दिग्गज इनवेस्टर वॉरेन बफे की कंपनी का कैश बैलेंस रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। कंपनी के पास रेकॉर्ड 334 अरब डॉलर का कैश पड़ा है। यह कोका-कोला जैसी कई बड़ी कंपनियों से ज्यादा है। कंपनी ने पिछले साल करीब 27 अरब डॉलर का इनकम टैक्स चुकाया।
नई दिल्ली (शाह टाइम्स) भारत और एशिया के दूसरे बड़े रईस गौतम अडानी की अगुवाई वाले अडानी ग्रुप ने पिछले फाइनेंशियल ईयर में सरकार को 58,104 करोड़ रुपये का टैक्स दिया। लेकिन अमेरिका के दिग्गज इनवेस्टर वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने अडानी ग्रुप के चार गुना टैक्स दिया है। कंपनी ने 2024 में 26.8 अरब डॉलर यानी करीब 23,24,17,77,40,000 रुपये का टैक्स दिया। बर्कशायर हैथवे मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की नौवीं सबसे बड़ी कंपनी है। इसका मार्केट कैप 1.03 ट्रिलियन डॉलर है। बफे 150 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के नौवें बड़े रईस हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 7.97 अरब डॉलर की तेजी आई है।
बर्कशायर हैथवे के पास $334 अरब कैश है जो भारत की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप से कहीं ज्यादा है। मुकेश अंबानी की कंपनी 189.89 अरब डॉलर के साथ दुनिया की सबसे वैल्यूअबल कंपनी की लिस्ट में 77वें नंबर पर है। यह टॉप 100 में शामिल भारत की एकमात्र कंपनी है। बर्कशायर हैथवे के कैश में चौथी तिमाही में 145.2 अरब डॉलर की तेजी आई है। दिलचस्प बात है कि कंपनी के पास 286.5 अरब डॉलर के यूएस ट्रेजरी बिल है जो फेड रिजर्व से कहीं ज्यादा है। फेड रिजर्व के पास 195.3 अरब डॉलर के यूएस ट्रेजरी बिल हैं। इसका मतलब है कि बर्कशायर हैथवे के पास फेड से 91.2 अरब डॉलर ज्यादा ट्रेजरी बिल हैं।
कितना दिया रिटर्न
कंपनी के पास इस समय जो कैश है वह कोका-कोला समेत कई दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप से भी ज्यादा है। चौथी तिमाही में कंपनी ने रेकॉर्ड कैश बैलेंस बनाया और कोई बायबैक नहीं किया। कंपनी ने एक बार फिर ऐपल के शेयर खरीदने शुरू कर दिए हैं। कंपनी का कहना है कि अगर कुछ बड़ा बदलाव नहीं हुआ तो ऐपल उसका सबसे बड़ा निवेश बना रहेगा। साल 1964 से बर्कशायर ने 5,502% रिटर्न दिया है जबकि एसएंडपी ने 39,054% रिटर्न दिया है। यानी कंपनी ने सालाना 19.9 फीसदी रिटर्न दिया है। कंपनी के कुल एसेट का 27 फीसदी से अधिक हिस्सा कैश है।