
पथरी की समस्या के लिए किसी रामबाण से कम नही है यह चमत्कारी फल।
आज के समय में पथरी कि समस्या आम समस्या बनती जा रही है। इससे समस्या से बच्चे से लेकर बड़े बूढ़े तक परेशान है। जिससे निजात पाने के लिए लोग बहुत सी आयुर्वेदिक दवाइयां और अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन कभी-कभी फिर भी आराम नहीं मिलता। पथरी पित्ताश्य और गुर्दे दोनों जगह हो जाती है। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी बढ़ जाती है कि ऑपरेशन तक की नौबत आ जाती है। आज हम आपको एक ऐसे आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बताने वाले हैं जिनका सेवन करने से आप इस समस्या सेछुटकारा पा सकते हैं चलिए जानते हैं क्या है वह आयुर्वेदिक ओषधि।
पथरी आज के समय की एक आम समस्या में से एक है। पथरी का मतलब है शरीर के भीतर, खासकर गुर्दे या पित्ताशय में, खनिजों और लवणों के जमाव से बनी कठोर संरचना। मेडिकल भाषा में पथरी को “किडनी स्टोन” या “पित्ताशय की पथरी” भी कहा जाता है। अगर आप भी इस समस्या से बचना चाहते हैं, तो बालम खीरा को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि बालम खीरा, जो देखने में तो आम खीरे जैसा लगता है, लेकिन वास्तव में यह दुर्लभ और औषधीय गुणों से भरपूर फल है। बालम खीरे का पौधा धीरे-धीरे बड़ा होकर एक पेड़ का रूप ले लेता है। यह पेड़ पूरी तरह विकसित होने पर लगभग 15 से 20 मीटर तक ऊंचा हो सकता है। इसके पेड़ में खीरे जैसे फल लगते हैं। बालम खीरे का फल, छाल और तना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, क्रोमियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
पथरी में कैसे इस्तेमाल करें बालम खीर।
बालम खीरा पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसका चूर्ण शरीर में मौजूद पथरी को धीरे-धीरे काटकर बाहर निकालने में मदद करता है। किडनी स्टोन के मरीज के लिए बालम खीरे का काढ़ा रामबाण माना जाता है।
बालम खीरा के फायदें
औषधीय गुणों से भरपूर बालम खीरा को सेहत का खजाना कहा जाता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार है। इसमें प्रचुर मात्रा में पानी होता है, जो पेट को ठंडा और पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाए रख सकता है. बालम खीरे का इस्तेमाल चूर्ण या फिर ड्रिंक के रूप में उपयोग करना अधिक सुरक्षित और प्रभावशाली होता है। इससे इम्यूनिटी को मजबूत बनाने और संक्रमण से बचने में मदद मिल सकती है।