दिल्ली उत्तरी पश्चिम जिला की साइबर थाने में एक ऐसा ही फ्रॉड दर्ज हुआ है। जिसमें पीड़ित से 25 हजार रुपये ठग लिये। पुलिस मामला दर्ज करके पीडि़त से फोन व बैंक खाता नंबर लेकर आरोपी को पकडऩे की कोशिश कर रही है
नई दिल्ली,(Shah Times)। बस कैसे यकीन करें कि कॉलर कौन है,जबकि कॉलर आपके बारे में पूरी जानकारी दे रहा है और जानकार की हू बा हू आवाज निकालकर सहायता मांग रहा है तो।
उत्तरी पश्चिम जिला की साइबर थाने में एक ऐसा ही मामला दर्ज हुआ है। जिसमें पीडि़त से 25 हजार रुपये ठग लिये। पुलिस मामला दर्ज करके पीडि़त से फोन व बैंक खाता नंबर लेकर आरोपी को पकडऩे की कोशिश कर रही है।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता लाल किशोर यादव परिवार के साथ मदन ढाबा,नरेला इलाके में रहते हैं। वह ढाबा में ही काम करता है। लाल किशोर ने दी शिकायत में बताया कि बीते 12 जनवरी सुबह 11 बजे उसके पास एक अंजान नंबर से फोन आया था। कॉलर ने पहले उसका हालचाल पूछा और फिर बोला मैं मनीष मैचिंग सेंटर नरेला से बोल रहा हूं। कमला मार्किट कपड़ा लेने आया था। किसी वजह से 25 हजार रुपये कम पड़ गए हैं। रुपये ऑनलाईन दे दो। वापिस आते ही ढाबे पर दे दूंगा।
कॉलर की आवाज पूरी तरह से जानकार से मिल रही थी। उसने विश्वास करके सात बारी में पच्चीस हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। अचानक से वाट्सएप पर दिये नंबर भी डिलीट हो गए। वह तुरंत मनीष मैचिंग सेंटर पर पहुंचा। जहां पर आपबीती बताई तो पता चला कि वहां उससे पैसे नहीं मांगे गए थे और न ही फोन नंबर उनका व उनके किसी भी जानकार का है। खुद को ठगा महसूस करके उसने थाने में शिकायत दी है।