
रूस-यूक्रेन युद्धविराम पर ट्रंप और पुतिन के बयानों से हलचल। ट्रंप ने पुतिन के रुख को आशाजनक लेकिन अधूरा बताया, पुतिन ने शांति के लिए शर्तें रखीं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
वॉशिंगटन/मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयानों ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने रूस द्वारा 30 दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमति को ‘आशाजनक लेकिन अपूर्ण’ बताया है। वहीं, पुतिन ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकारने की इच्छा जताई है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं।
ट्रंप ने रूस के रुख को बताया आशाजनक लेकिन अधूरा
व्हाइट हाउस में नाटो प्रमुख मार्क रूटे से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने पुतिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “उन्होंने बहुत आशाजनक बयान दिया है, लेकिन यह पूर्ण नहीं है।” ट्रंप ने आगे कहा कि वे पुतिन से मिलना या बातचीत करना पसंद करेंगे ताकि इस युद्धविराम को शीघ्र पूरा किया जा सके।
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर रूस शांति योजना को अस्वीकार करता है, तो यह दुनिया के लिए बहुत निराशाजनक होगा। ट्रंप ने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को रूस भेजा है, जो इस युद्धविराम योजना पर चर्चा करेंगे।
यूक्रेन के क्षेत्रों को लेकर भी ट्रंप ने दिया बयान
ट्रंप ने यूक्रेन के भू-भाग को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “हम अंधेरे में काम नहीं कर रहे हैं। हम यूक्रेन के साथ जमीन और उन टुकड़ों पर चर्चा कर रहे हैं, जिन्हें रखा जाएगा या खो दिया जाएगा। इसमें एक बड़ा बिजली संयंत्र भी शामिल है, जिसे किसके नियंत्रण में रखा जाएगा, इस पर चर्चा हो रही है।” हालांकि, ट्रंप ने इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
पुतिन ने भी शांति योजना पर जताई सहमति, रखी शर्तें
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ वार्ता के बाद कहा कि वे युद्धविराम के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन इसमें कुछ शर्तें शामिल होंगी। पुतिन ने कहा, “किसी भी युद्धविराम से स्थायी शांति आनी चाहिए और संघर्ष के मूल कारणों का समाधान किया जाना चाहिए।”
पुतिन ने कहा कि वे इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर चर्चा कर सकते हैं। इससे पहले बुधवार को पुतिन ने रूस के पश्चिमी कुरस्क क्षेत्र में एक सैन्य कमांड पोस्ट का दौरा किया था, जहां उन्होंने अपनी सेना के युद्ध संचालन की समीक्षा की थी।
ट्रंप ने दी थी चेतावनी
ट्रंप ने इससे पहले पुतिन को चेताया था कि अगर रूस युद्ध जारी रखता है, तो उसे गंभीर आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप ने कहा, “हम कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं, जिससे रूस को नकारात्मक वित्तीय प्रभाव का सामना करना पड़ेगा। यह रूस के लिए घातक होगा। मेरा मकसद शांति लाना है, लेकिन इसके लिए रूस को कदम उठाने होंगे।”
यूक्रेन ने भी शांति योजना को समर्थन दिया
यूक्रेन ने भी इस शांति योजना को समर्थन देने की बात कही है। यूक्रेनी प्रशासन ने कहा है कि वे 30 दिनों के युद्धविराम प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख अपनाएंगे, लेकिन अंतिम निर्णय के लिए उन्हें रूस के रुख का इंतजार है।
क्या हो सकता है आगे का कदम?
रूस और अमेरिका के बीच शांति वार्ता की संभावनाएं बढ़ गई हैं। अगर दोनों देश इस प्रस्ताव पर सहमत होते हैं, तो यह यूक्रेन के लिए एक नई शुरुआत होगी। हालांकि, यूक्रेनी क्षेत्र को लेकर मतभेद अभी भी बने हुए हैं, जिन्हें हल किए बिना स्थायी शांति की उम्मीद कम है।
(Shah Times के लिए विशेष रिपोर्ट)
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