
Lok Sabha Elections Shah Times
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधित्व वाली वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं।
नई दिल्ली,(Shah Times) ।अट्ठारहवीं लोकसभा के चुनावों के लिये अंतिम चरण का मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को सुबह सात बजे शुरू हो गया और शाम छह बजे तक चलेगा,लेकिन हिमाचल प्रदेश में मतदान सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चलेगा।
चुनाव आयोग के अनुसार सातवें एवं अंतिम चरण में आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 57 संसदीय सीटों और ओडिशा विधानसभा के चौथे एवं अंतिम चरण के लिये 42 सीटों पर मतदान सुचारू रूप से कराने के लिये सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
अंतिम चरण के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, अनुप्रिया पटेल, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत, अभिनेता रवि किशन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और संजय टंडन, कांग्रेस के अखिलेश प्रताप सिंह, अजय राय, तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और भोजपुरी कलाकार पवन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी पुत्री मीसा भारती समेत कई राजनीतिक हस्तियों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बंद हो जायेगा।
आज उत्तर प्रदेश 13 सीटाें – महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज में मतदान कराया जायेगा।इस चरण में हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीटों- कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर और शिमला तथा पंजाब की सभी 13 संसदीय सीटों – गुरदासपुर, अमृतसर, खडूर साहिब, जालंधर (सुरक्षित), होशियारपुर (सुरक्षित), आनंदपुर साहिब, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब (सुरक्षित), फरीदकोट (सुरक्षित), फिरोजपुर, बठिंडा, संगरूर, पटियाला सीट पर एक ही चरण में मतदान सम्पन्न होगा।इस चरण में बिहार की बाकी बची आठ सीटों – नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद तथा ओडिशा की बाकी छह संसदीय सीटों-मयूरभंज, बालासोर जाजपुर, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक के लिये भी वोट डाले जायेंगे। पश्चिम बंगाल की जिन शेष नौ सीटों पर शनिवार को मददान होना है उनमें दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर क्षेत्र शामिल है। इसके साथ ही झारखंड के राजमहल, दुमका और गोड्डा संसदीय क्षेत्र तथा केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एक मात्र सीट पर भी मतदान हाे रहा है।सातवें एवं अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर 144, पंजाब की 13 सीटों पर 328, पश्चिम बंगाल की नौ सीटों के लिये 124, बिहार की आठ सीटों पर 134, ओडिशा की छह सीटों पर 66, हिमाचल प्रदेश की चार सीटों पर 37, झारखंड की तीन सीटों पर 52 और केन्द्रशासित प्रदेश चंड़ीगढ़ की एक सीट पर 19 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।इस चरण में 57 लोकसभा सीटों पर 904 उम्मीदवारों और ओडिशा विधानसभा के अंतिम चरण के लिये 42 सीटों पर उतरे 72 महिलाओं सहित 460 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं।आयोग की विज्ञप्ति के अनुसार आठ राज्यों एवं केंद्र-शासित प्रदेशों की कुल 57 संसदीय सीटों के लिये स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से मतदान कराने के लिये करीब 10.9 लाख चुनाव अधिकारी ड्यूटी पर तैनात किये गये हैं।अंतिम चरण में 10.06 करोड़ से अधिक मतदाता 1.09 लाख मतदान केंद्रों पर वोट डाल कर 904 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला तय कर सकेंगे। सातवें चरण के मतदान के लिये अधिकृत कुल मतदाताओं में 5.24 करोड़ पुरुष तथा 4.82 करोड़ महिला और 3574 उभयलिंगी मतदाता हैं।ओडिशा में लोक सभा के साथ-साथ विधान सभा के चुनाव भी कराये जा रहे हैं। वह कल अंतिम चरण में 50,85,538 पुरुष, 48,69,331 महिला और 687 उभयलिंगी सहित लगभग 99,55,556 मतदाता आठ जिलों में स्थापित 10,882 बूथों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। राज्य विधान सभा की बाकी बची 42 सीटों के लिये 460 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 72 महिलायें हैं।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये मतदाता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये हैं। साथ ही मुख्य चुनाव अधिकारियों एवं जिला चुनाव अधिकारियों को भीषण गर्मी और लू जैसे हालात को देखते हुये मतदान केंद्रों पर छाया और पेयजल आदि के समुचित प्रबंध करने की सलाह दी गयी है।चुनाव कर्मियों को मशीनों और सामग्री के साथ उनके संबंधित मतदान केंद्रों के लिये रवाना कर दिया गया है। दूर-दराज के मतदान केंद्रों के लिये मददान कर्मियों के दल कल से ही रवाना किये जा रहे थे।आयोग ने मतदाताओं से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों पर आने और जिम्मेदारी और गर्व के साथ मतदान करने का आह्वान किया है। मतदान कराने वाले दलों को मशीनों और चुनाव सामग्री के साथ उनके संबंधित मतदान केंद्रों के लिये रवाना कर दिया गया है।आयोग ने कहा कि भीषण गर्मी के बावजूद पिछले चरणों में मतदाता बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर पहुंचे हैं। पिछले दो चरणों में वोट डालने में महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया। आयोग ने मतदाताओं से अधिक संख्या में मतदान केंद्रों पर आने और जिम्मेदारी और गर्व के साथ मतदान करने का आह्वान किया है।इस चरण की 57 संसदीय सीटों में सामान्य श्रेणी की 41, अनुसूचित जनजाति तीन और अनुसूचित जाति की 13 सीटें हैं। ओडिशा विधानसभा की 42 सीटों में सामान्य श्रेणी की 27, अनुसूचित जनजाति के लिये छह और अनुसूचित जाति की नौ सीटें हैं।आयोग ने कहा है कि मतदान और सुरक्षा अधिकारियों को लाने -ले जाने के लिये 13 विशेष रेलगाड़ियाँ और हिमाचल प्रदेश के लिये आठ हेलिकॉप्टर लगाये गये हैं। मतदान को धन-बल के प्रभाव से मुक्त रखने के लिये कुल 2707 उड़नदस्ते, विभिन्न स्थलों पर तैनात 2799 निगरानी टीमें, 1080 सतर्कता टीमें और 560 वीडियो निगरानी टीमें चौबीसों घंटे निगरानी रख रही हैं।आयोग ने 85 वर्ष से अधिक उम्र के पंजीकृत और दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा प्रदान की गयी हैं।आयोग ने इस चरण के चुनाव को सुचारु और शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिये 172 पर्यवेक्षकों (64 सामान्य पर्यवेक्षक, 32 पुलिस पर्यवेक्षक, 76 व्यय पर्यवेक्षक) की तैनाती कर रखी है। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। कुल 201 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां और 906 अंतरराज्यीय सीमा चौकियां शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त वस्तुओं को लाने और ले जाने पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गयी है।लोक सभा की कुल 543 सीटों में से 486 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। पहले चरण में 102 सीटों 66.14 प्रतिशत, दूसरे चरण में 88 सीटों पर 66.71, तीसरे चरण में 93 सीटों पर 65.68, चौथे में 96 सीटों पर 67.71 प्रतिशत, पांचवें में 49 सीटों 62.20 प्रतिशत और छठे चरण में 58 संसदीय सीटों पर 63.37 प्रतिशत मतदान हुआ है।सातवें एवं अंतिम चरण में शनिवार को मतदान कराये जायेंगे। ओडिशा विधानसभा की 147 सीटों में से पहले चरण में 28 और दूसरे चरण में 35 और तीसरे चरण में 42 सीटों पर मतदान हो चुका है।सभी निर्वाचन क्षेत्रों के मतगणना चार जून को करायी जायेगी।
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश में 11 जिलों की 13 सीटों पर मतदान
इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधित्व वाली वाराणसी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान शुरु होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की कतारें लग गयीं जिनमें मार्निंग वाकर्स की संख्या काफी ज्यादा थी। गर्मी से बचने के लिये मतदान केंद्रों पर छाया और पेयजल समेत तमाम अन्य इंतजाम किये गये हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में राज्य की 13 लोकसभा सीटों के अलावा सोनभद्र जिले के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए भी वोट डाले जायेंगे।
उन्होंने कहा कि 12 संसदीय क्षेत्रों में मतदान शाम छह बजे तक चलेगा और उसके बाद भी कतार में लगे लोगों को वोट डालने का अधिकार होगा, जबकि रॉबर्ट्सगंज के आदिवासी बाहुल्य दो विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे के बीच होगा।
रिणवा ने कहा कि सातवें चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों के लिए 134 पुरुष और 10 महिलाओं सहित कुल 144 उम्मीदवार मैदान में हैं। 13 लोकसभा सीटों में से 11 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं जबकि दो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण की 13 लोकसभा सीटों में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं। ये 13 सीटें महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, मऊ, बलिया, गाज़ीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और सोनभद्र जिलों में फैली हुई हैं।
उन्होने कहा कि सातवें चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में 2.50 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.33 करोड़ पुरुष और 1.17 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। सातवें चरण में कुल 14 हजार 183 मतदान केंद्र और 25 हजार 658 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। मतदान पर कड़ी नजर रखने के लिए आयोग ने तीन विशेष पर्यवेक्षक, 13 सामान्य पर्यवेक्षक, आठ पुलिस पर्यवेक्षक और 14 व्यय पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इनके अलावा 1,861 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 243 जोनल मजिस्ट्रेट, 130 स्टेटिक मजिस्ट्रेट और 2,550 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
चुनाव के इस चरण में देश दुनिया की निगाह वाराणसी सीट पर होगी जहां प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी के तौर पर किस्मत आजमा रहे हैं। वाराणसी को भाजपा का गढ़ माना जाता है। 2004 के चुनाव को छोड़ दिया जाये तो पार्टी यहां 1996 से अजेय रही है। पीएम मोदी यहां जीत की हैट्रिक बनाने के लिये उतरे हैं।
उन्होने 2019 में 63 फीसदी वोट पाकर शानदार जीत हासिल की थी। इस बार उनका मुकाबला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और बसपा के अतहर जमाल लारी से है। मोदी ने 2019 और 2014 में अजय राय को भारी अंतर से हराया था। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी यहां श्री मोदी का सामना करने का साहस दिखाया था मगर उन्हे दूसरे स्थान पर रह कर संतोष करना पड़ा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहनगर गोरखपुर में भोजपुरी फिल्मो की दो हस्तियों के बीच मुकाबला है। मौजूदा भाजपा सांसद रवींद्र किशन शुक्ला उर्फ रवि किशन का मुकाबला इंडिया समूह की काजल निषाद से है।
मिर्ज़ापुर सीट से अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की टक्कर समाजवादी पार्टी (सपा) के राजेंद्र एस बिंद और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के मनीष त्रिपाठी से है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को 2019 में यहां काफी अंतर से जीत मिली थी।
ग़ाज़ीपुर में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के करीबी पारसनाथ राय का मुकाबला माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफ़ज़ल अंसारी से है जाे सपा उम्मीदवार के तौर पर मैदान में है। 2019 में अफजाल अंसारी ने मनोज सिन्हा को 1.19 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। यह पहली बार होगा कि कोई चुनाव मुख्तार अंसारी की अनुपस्थिति में हो रहा है। मुख्तार की 23 मार्च को मृत्यु हो गई थी।
महाराजगंज में भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी को कांग्रेस के वीरेंद्र चौधरी चुनौती दे रहे हैं वहीं बलिया में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे और राज्यसभा सांसद नीरज शेखर को सपा के सनातन पांडे और बसपा के लल्लन सिंह यादव से कड़ी टक्कर मिल रही है। पिछले चुनाव में यह सीट भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त ने जीती थी, जिन्हें इस बार टिकट नहीं दिया गया है।