बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा के तलाक के बाद वॉरेन बफे ने अपनी वसीयत में बड़ा बदलाव किया है।
New Delhi, (Shah Times)। दुनिया के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे फिर से चर्चा में हैं। 93 साल के बफे ने अपनी वसीयत में बदलाव करते हुए खुलासा किया है कि उनकी संपत्ति का हकदार कौन होगा। उन्होंने बताया कि उनकी संपत्ति अब बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को नहीं जाएगी। इसके बजाय, वह एक नया चैरिटेबल ट्रस्ट बनाएंगे, जिसे उनके तीन बच्चे चलाएंगे।
बिल गेट्स और उनकी पत्नी मेलिंडा के तलाक के बाद वॉरेन बफे ने अपनी वसीयत में एक बड़ा बदलाव किया है। बफे ने पहले अपनी अधिकांश संपत्ति बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को देने की योजना बनाई थी, लेकिन अब उन्होंने यह निर्णय वापस ले लिया है।
अब, वॉरेन बफे की संपत्ति बर्कशायर हैथवे के अन्य हिस्सेदारों, चैरिटेबल ट्रस्ट्स, और अन्य दान संस्थाओं में वितरित की जाएगी। बफे ने कहा है कि उन्होंने यह बदलाव इसलिए किया है क्योंकि वह अपने दान को व्यापक स्तर पर वितरित करना चाहते हैं और चाहते हैं कि उनके द्वारा दी गई राशि का अधिकतम लाभ समाज के विभिन्न हिस्सों को मिले।
इस निर्णय से गेट्स फाउंडेशन को एक बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि बफे की संपत्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अब उन्हें नहीं मिलेगा। हालांकि, बफे ने स्पष्ट किया है कि वह गेट्स फाउंडेशन के कार्यों का समर्थन करते रहेंगे, लेकिन अब उनकी संपत्ति का वितरण व्यापक होगा।
मुख्य बिंदु:
1वॉरेन बफे ने अपनी वसीयत में बदलाव किया है।
2 बफे की संपत्ति अब बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को नहीं मिलेगी।
3 संपत्ति बर्कशायर हैथवे के हिस्सेदारों, चैरिटेबल ट्रस्ट्स, और अन्य दान संस्थाओं में वितरित की जाएगी।
4 बफे का कहना है कि वह अपने दान को व्यापक स्तर पर वितरित करना चाहते हैं।
5गेट्स फाउंडेशन को इस बदलाव से बड़ा झटका लग सकता है।