
Heavy rains bring both relief and trouble to Delhi and India - Shah Times
भारी बारिश से बदला देश का मौसम, चारधाम यात्रा प्रभावित, दिल्ली की हवा चार साल में सबसे साफ
मौसम विभाग का अलर्ट: 4 जुलाई तक भारी बारिश, येलो और ऑरेंज चेतावनी
आईएमडी ने 4 जुलाई तक हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर, यूपी समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। जानें कहां-कैसी है स्थिति।
देश के उत्तरी, मध्य और पूर्वी हिस्सों में एक बार फिर से मौसम ने करवट ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 4 जुलाई तक उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, कर्नाटक और केरल के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में शनिवार को आई बारिश ने जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर जलभराव और जाम ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दीं।
दिल्ली-एनसीआर में मानसूनी बारिश की दस्तक
शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान राजधानी में तापमान में 10 से 12 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 36.2°C और न्यूनतम 28.7°C रहा। मयूर विहार में सबसे अधिक 23 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि आयानगर और पालम में क्रमशः 9.2 और 9.7 मिमी वर्षा दर्ज हुई।
वायु गुणवत्ता की बात करें तो जून 2025 में हवा का स्तर पिछले चार वर्षों में सबसे बेहतर रहा। शनिवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 97 रहा जो कि ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
आईएमडी ने रविवार के लिए दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले 24 घंटों में राजधानी में मानसून की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
बारिश से बढ़ी परेशानियां: जलभराव और ट्रैफिक जाम
गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम जैसे क्षेत्रों में बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव हो गया, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। नोएडा के सेक्टर-16A, 62, पर्थला और गाजियाबाद के वसुंधरा, वैशाली, साहिबाबाद क्षेत्रों में जाम की लंबी कतारें देखी गईं।
पहाड़ी राज्यों में कहर: भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बारिश ने विकराल रूप ले लिया है। उत्तराखंड में बदरीनाथ राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण हजारों श्रद्धालु फंसे रहे। चमोली जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग करीब सात घंटे बंद रहा। केदारनाथ यात्रा दो दिन की बाधा के बाद बहाल हुई, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई घंटों तक बंद रहे।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला और कुल्लू जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। सैंज घाटी में तीन लोग बह गए, जिनमें से एक का शव बरामद हुआ है। मनूणी खड्डे में बिजली परियोजना पर काम कर रहे आठ लोग नदी में बह गए, जिनमें से छह के शव मिल चुके हैं।
दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश का कहर
केरल में भारी बारिश के कारण पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं। ओडिशा के मयूरभंज में लगातार बारिश से जलभराव की स्थिति बन गई है। पूर्वोत्तर भारत के नागालैंड और अन्य हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ी हैं।
आईएमडी की भविष्यवाणी: कहां-कहां रहेगी भारी बारिश
उत्तर भारत: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान में भारी बारिश।
मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल में बौछारें।
दक्षिण भारत: ओडिशा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु में भारी वर्षा और तेज हवाएं।
पूर्वोत्तर भारत: नगालैंड, अरुणाचल, मणिपुर में तेज बारिश।
निष्कर्ष:
देश के कई हिस्सों में बारिश ने जहां गर्मी से राहत दिलाई, वहीं मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। हिमालयी क्षेत्रों में यात्राओं पर असर पड़ा है, जबकि शहरी इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं सामने आई हैं। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, यह बारिश आने वाले दिनों में और अधिक व्यापक रूप ले सकती है। ऐसे में प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।