इंडिया एलायंस की कोशिश है समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों को साथ लाकर भारतीय जनता पार्टी को मात दी जाए।
लखनऊ,(Shah Times)। इंडिया एलायंस को लेकर जारी कयासों के दरमियान उत्तर प्रदेश से अपोजिशन खेमे के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के X प्लेटफॉर्म पर कहा है कि कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से उनकी पार्टी गठबंधन की शुरूआत कर रही है।
काबिले जिक्र है उत्तर प्रदेश में कुल 80 लोकसभा की सीटें हैं और पिछले दो लोकसभा इलेक्शंसम भारतीय जनता पार्टी यहां एकतरफा जीत रही है।
इंडिया एलायंस की कोशिश है समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों को साथ लाकर भारतीय जनता पार्टी को मात दी जाए।
अखिलेश यादव ने दावा किया है कि इंडिया एलायंस की टीम और पीडीए की रणनीति इतिहास बदल देगी. इस तरह ये तय हो गया है कि कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।ध्यान रहे कि राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर पहले ही बातचीत पक्की हो चुकी है.
समाजवादी पार्टी की 11 सीटें देने की बात पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि अभी तो सीट बंटवारे पर बातचीत ही चल रही है और वैसे भी सीट शेयरिंग की ऐलान कांग्रेस करेगी।
जाहिर सी बात है कांग्रेस को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का ऐलान रास नहीं आ रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बिना कांग्रेस की सहमति के ही अखिलेश यादव ने 11 सीट देने का ऐलान केसे कर दिया?
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में ज़्यादा सीटों की उम्मीद कर रही थी लेकिन समाजवादी पार्टी ने 11 सीटें देने का ऐलान कर दिया है. इससे ऐसा लगता है कि टूटते इंडिया अलायंस का फायदा लेने के लिए अखिलेश यादव ने ऐसा किया है।
कयास हैं कि कांग्रेस पर दबाव की रणनीति का इस्तेमाल करते हुए अखिलेश यादव ने ये किया है. इससे पहले राष्ट्रीय लोक दल को 7 सीटें देने की ऐलान भी अखिलेश यादव कर चुके हैं इससे यह तय हो गया है कि 80 में से 62 सीटें समाजवादी पार्टी अपने पास रखेगी और बाकी के 18 सीटों पर उसके सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे।