
Yogi Adityanath president of BJP
नई दिल्ली (Shah Times): इस समय दिल्ली में कुछ तो ऐसा चल रहा है जिसकी सही जानकारी तो किसी को नहीं है लेकिन सुगबगाहट तेज हो गई है। इस समय का बड़ा सवाल कौन होगा बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष? और अगर योगी को अध्यक्ष बनाया जाता है तो कौन होगा यूपी का अगला मुख्यमंत्री ऐसे में सवाल कई है पर जबाव तो शायद अमित शाह और पीएम मोदी ही जानते हैं।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि क्या बिना योगी के उत्तर प्रदेश में बीजेपी की राह आसान हो पाएगी। आप पढ़ेंगे आज शाह टाइम्स का एक बड़ा मंथन…
होली के बाद बुलाई गई है बैठक
यूपी बीजेपी की सियासत में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रधानमंत्री से विशेष मुलाकात की है। दोनों के बीच करीब एक घंटे हुई मुलाकात के बाद यूपी मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर संगठनात्मक बदलाव तक के बड़े कयास लगाए जा रहे हैं।
होली के बाद हो सकता है यूपी कैबिनेट का विस्तार
पीएम से मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि योगी अपने मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार योगी सरकार में बदलाव की संभावना भी है। बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की जगह नए अध्यक्ष का चुनाव होने वाला है।
क्या आरएसएस की पसंद है योगी
आरएसएस के बयानों के बाद से माना जा रहा है की उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस में अब सीएम योगी का नाम भी तेजी से चर्चा में शामिल होने लगा है। वहीं योगी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात ने इस बात को एक बड़ी हवा दे दी है।
इन तथ्यों के आधार पर हो सकती है योगी की ताजपोशी
अगर हम यह कहें कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है तो इसमें कोई गलत नहीं होगा। अभी हाल में हुए लोकसभा चुनावों में बीजेपी का यूपी में प्रदर्शन बेहतर नही रहा है। ऐसे में राजनीति जानकारों की मानें तो बीजेपी यूपी में सीएम बदल सकती है। ऐसे में हिंदू छवि में अच्छी पकड़ रखने वाले योगी आदित्यनाथ को इग्नोर करने की गलती बीजेपी कभी नहीं करेगी। तो क्या योगी को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। क्योंकि सीएम योगी संघ के हर कोटे में फिट बैठते हैं। हिन्दूवादी नेता के तौर पर उनकी अपनी ही अगल सी दिखने वाली पहचान है।
इन नामों पर भी हो रही है चर्चा
सीएम योगी के अतिरिक्त राजनीतिक गलियारों में और नामों की चर्चा भी तेजी से हो रही है। इसमें पहला नाम है विनोद तावड़े, विनोद तावड़े भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री हैं। तावड़े महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। तावड़े को मोदी-शाह का बड़ा करीबी माना जाता रहा है। इसके अलावा सुनील बंसल का नाम भी चर्चा में बना है। सुनील बंसल भी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं। बंसल यूपी के प्रभारी भी रह चुके हैं। चर्चा में मोदी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहे अनुराग ठाकुर का भी है। इस लिहाज से बीजेपी पार्टी की कमान अनुराग ठाकुर के भी सौंप सकती है।
संघ और बीजेपी के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं योगी
लोकसभा चुनाव के बाद से ही संघ नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। संघ प्रमुख और अन्य नेताओं के बयानों को देखें तो संघ बीजेपी से नाराज है। आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने भाजपा को अहंकारी बताकर सियासत को तेज कर दिया था। ऐसे में एक ही चेहरा है जो बीजेपी और संघ के बीच समन्वय स्थापित कर सकता है वो हैं योगी आदित्यनाथ।