मई और जून में अच्छा मुनाफा कमाने के लिए कौन-कौन सी फसल उगाते हैं किसान?
भारत एक कृषि प्रधान देश है, और यहां की ज्यादातर आबादी कृषि पर निर्भर है। ऐसे में भारत के लोग खेती-बड़ी करके अपना जीवन यापन करते हैं। जिसके लिए वह हर मौसम में अलग-अलग तरह की फसल उगाते हैं और अपना खर्चा चलाते हैं। ऐसा नहीं है कि खेती करने वाले किसानों को मुनाफा नहीं होता, बल्कि अगर किसान समय-समय पर आने वाली फसल उगाता है तो वह अच्छा खासा मुनाफा कमा लेता है। जी हां, मौसम में अलग-अलग तरह की फसल उगाई जाती है। चलिए जानते हैं कि मई और जून माह में कौन सी फसल उगाई जाती है। जिससे किसान अच्छी कमाई कर सकें
मई का महीना शुरू हो चुका है। अभी फिलहाल उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है लेकिन 15 जून के बाद मानसून अपना असर दिखाना शुरू कर देगा। बारिश की शुरुआत के बाद सब्जियों की आवक बाजार में कम हो जाती है और मांग तेजी से बढ़ती है। ऐसे में किसानों को अभी सब्जियों की खेती पर फोकस करना चाहिए।
गर्मी का मौसम आते ही बाजार में हरी सब्जियां कम दिखने लगती हैं। नतीजा यह होता है कि इनकी कीमतें अचानक से बढ़ जाती हैं। कई बार तो यह इतनी महंगी हो जाती हैं कि रसोई का बजट भी बिगड़ जाता है। ऐसे में किसानों को हरी सब्ज़ियों थी बुआई करनी चाहिए। जिसके चलते वह अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। तो चलिए जानते है इस मौसम में कौन सी फसल उगाएं।
गर्मियों में हरी सब्जियों की बढ़ती मांग और ऊंचे दाम किसानों की आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं। यदि किसान मई के महीने में सही हरी सब्जियों की बुवाई कर दें, तो आने वाले ग्रीष्म काल और विशेष रूप से बरसात के मौसम में वे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।यह समय उनके लिए आर्थिक रूप से मजबूत होने का उत्तम मौका है।
भिंडी कि फसल
भिंडी की मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है और किसानों को अच्छी कीमत भी मिलती है लेकिन मई महीने में भिंडी की फसल उगाते समय किसानों को उन्नत किस्म के बीज का ही चयन करना चाहिए। एक एकड़ भिंडी की फसल लगाने के लिए 5 से 6 किलो बीज की आवश्यकता होती है। भिंडी की फसल से किसानों को 45 से 50 दिनों में उत्पादन मिलना शुरू हो जाता है।
करेला
करेला की मांग गर्मियों के मौसम में और ज्यादा बढ़ जाती है। अगर किसान मई महीने में करेला की फसल लगाते हैं तो 55 से 60 दिनों में तैयार हो जाएगी। करेला की फसल लगाने के लिए अच्छी तरह से खेत की तैयारी करें। उन्नत किस्म के बीज का चयन करें। बीज शोधन करने के बाद करेला की फसल की बुवाई करें।
लौकी, तुरई की फसल
इस माह में आप लौकी और तुरई की फसल भी उगा सकते हैं। यह भी बरसात में आने वाली सब्जियों में से एक है। इन सब्जियों को उगाने के लिए आपको अच्छे क्वालिटी के बीज का चयन करना होगा ।फिर इन्हें साफ और गीली मिट्टी में बो दें।इसके बाद 40 से 50 दिनों के अंदर यह सब्जियां आनी शुरू हो जाती है।
आपको बता दें कि मई महीने में अगर किसान हरी सब्जियां उगा रहे हैं तो गोबर की सड़ी हुई खाद को खेत की अंतिम जुताई के समय मिट्टी में मिला दें। उसके बाद खेत की जुताई कर समतल कर वैज्ञानिक विधि से सब्जियों की फसल उगाएं।