मुख्य चुनाव आयुक्त ने शायराना अंदाज में क्यों कहा शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं

Rajiv Kumar Shah Times
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लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद और मतगणना से एक दिन पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने विपक्षी दलों द्वारा लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद और आधारहीन बताया 

नई दिल्ली,(Shah Times)। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव प्रक्रिया को लेकर विपक्षी दलों द्वारा लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद और आधारहीन बताया तथा इसे केवल शक एवं संदेह करार देते हुए शायराना अंदाज में कहा कि शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं है।

लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद और मतगणना से एक दिन पहले सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में  कुमार ने विपक्षी दलों के सभी आरोपों से जुड़े सवालों का शायराना अंदाज में विस्तार से जवाब दिया।उन्होंने कहा , “ आजकल इल्जामातों का दौर बुलंद है , तल्खियों का बाजार गर्म है , पंच को पहले ही घेर लो यानी पेशबंदी । मंजूर है इल्जाम लगाओ हम पर , शर्त इतनी कि साथ में सबूत भी हो। गोया कोई तो बात है कि हर बार मुद्दई वही , कचहरी वही गवाह कोई नहीं। शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं। ”उन्होंने कहा कि विपक्ष जिस तरह से घेराबंदी कर रहा है उसका मतलब है , “ अंपायर को ही पकड़ लो जिससे कि वो बोल ही नहीं पाये। ”

 फार्म 17 सी को बदलने के आरोपों पर विपक्ष से सबूत मांगते हुए उन्होंने कहा , “ कैसे हमने 17 सी बदल दिया , डाटा बदल दिया, कहीं किसी एक जगह का नाम तो बताओ भाई।” उन्होंने कहा , “ एक और अजीब बात है जो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं , जो काउंटर पर बैठे हुए हैं जो फार्म 17 सी ले रहे हैं , वहां से कोई शिकायत नहीं है । पता नहीं यह शिकायत कहां से है। कुछ कहने को आ रहा है लेकिन मैं बोल नहीं रहा हूं।”उल्लेखनीय है कि कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने चुनावी प्रक्रिया को लेकर आयोग पर कई सवाल खडे किये हैं।

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